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Tonk में आफत की बारिश! दो बड़े बांध ओवरफ्लो, नदी में फंसा ट्रक, कई रास्ते जलमग्न होकर पूरी तरह बं

 
Tonk में आफत की बारिश! दो बड़े बांध ओवरफ्लो, नदी में फंसा ट्रक, कई रास्ते जलमग्न होकर पूरी तरह बं

राजस्थान के टोंक जिले में भारी बारिश जारी है। बारिश के कारण टोंक जिले में दो बांध ओवरफ्लो हो गए। बांध का पानी सड़क पर आने से जयपुर-भीलवाड़ा वाया केकड़ी-मालपुरा मार्ग समेत कई सड़कें पूरी तरह बंद हो गई हैं। वहीं, आज सुबह इंदोली गांव के पास सहोदर नदी में एक ट्रक फंस गया। हालांकि, ट्रक चालक को सुरक्षित बचा लिया गया है। टोंक जिले में दो दिन पहले थमी बारिश शुक्रवार को फिर शुरू हो गई। शाम तक रुक-रुक कर हुई तेज बारिश के कारण गली-मोहल्लों में पानी भर गया। सड़कों पर पानी भर जाने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

सहोदर नदी पर बने टोरडी सागर बांध पर पानी की चादर बह रही है

भारी बारिश के कारण सहोदर नदी पर बना टोरडी सागर बांध ओवरफ्लो हो गया है। बांध की रपट पर सुबह से ही 2 फीट तक पानी की चादर बह रही है। ऐसे में टोडारायसिंह-मालपुरा मार्ग एक बार फिर बंद हो गया है। इसके अलावा टोडारायसिंह जीराना मार्ग भी नानेर के पास बंद है।

नदी में फंसे ट्रक चालक को सुरक्षित निकाला गया

वहीं, सहोदर नदी में पानी अधिक होने के कारण जयपुर भीलवाड़ा मार्ग वाया केकड़ी मालपुरा मार्ग भी इंदोली गांव के पास बंद हो गया है। जयपुर केकड़ी मार्ग से गुजर रहा एक ट्रक इंदोली गांव के पास सहोदर नदी में फंस गया। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और ट्रक चालक को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

मासी बांध ओवरफ्लो
पीपलू उपखंड की जीवनरेखा मासी बांध ओवरफ्लो हो गया। बांध पर 2 फीट ऊंची पानी की चादर बह रही है। ऐसे में कई जगहों पर गांवों का संपर्क टूट गया है। पीपलू में पिछले 24 घंटों में 80 मिमी बारिश हुई। मासी बांध ओवरफ्लो होने से रपट पर 3 फीट तक पानी बह रहा है। वहीं, हरिपुरा बांध की चादर बहने से पीपलू से काशीपुरा और पीपलू से नाथड़ी भोपता रपट पर पानी बढ़ने लगा है।

स्कूल परिसर में भरा बारिश का पानी, बच्चे परेशान
पलाई कस्बे के पलाई पंचायत मुख्यालय स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय परिसर में बारिश का पानी घुसने से न केवल छोटे-छोटे विद्यार्थियों बल्कि स्कूल स्टाफ को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भारी बारिश में स्कूल प्रशासन को बच्चों को जल्दी घर भेजना पड़ रहा है।