वेतन विसंगति और प्रमोशन की मांग! पुलिसकर्मियों ने नहीं मनाई होली, सारी तैयारियां रह गई धरी

टोंक न्यूज़ डेस्क - जिले के पुलिसकर्मियों द्वारा हर साल धुलंडी के दूसरे दिन खेली जाने वाली होली इस साल नहीं खेली गई। इसके पीछे वेतन विसंगति दूर करने, डीपीसी कराने आदि मांगें प्रमुख हैं। अपनी मांगों को लेकर आज पुलिसकर्मियों ने होली नहीं खेली। प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत टोंक जिले में भी पुलिसकर्मियों ने होली खेलने के कार्यक्रम का बहिष्कार किया। इस कार्यक्रम में पुलिस कांस्टेबल से लेकर पुलिस निरीक्षक तक कोई शामिल नहीं हुआ।
उनके विरोध को देखते हुए एसपी विकास सांगवान व अन्य पुलिस अधिकारियों ने भी होली कार्यक्रम से दूरी बना ली। उन्होंने भी यहां होली नहीं खेली। ऐसे में पुलिस लाइन टोंक सहित थानों में पुलिस अधिकारियों द्वारा होली खेलने की की गई सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई। रंग व गुलाल जहां रखे थे वहीं रह गए। काफी देर तक डीजे साउंड भी बजता रहा, लेकिन कोई पुलिसकर्मी होली खेलने नहीं आया तो वे लौट गए। पुलिसकर्मी बद्रीलाल जाट ने बताया कि राजस्थान पुलिस विभाग में कांस्टेबल से लेकर पुलिस निरीक्षक तक वेतन विसंगति है।
डीपीसी नहीं होने की समस्या बनी हुई है। जबकि पुलिसकर्मी सर्दी और गर्मी में दिन रात काम करते हैं। कम वेतन मिलने के कारण परिवार की जरूरतें पूरी नहीं हो पाती हैं। उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिसकर्मियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तब तक वे कानून के दायरे में रहकर इसी तरह विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे। हालांकि, इस मामले में पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।