Aapka Rajasthan

Tonk एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में कृषा को ग्रैंडमास्टर का खिताब

 
Tonk एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में कृषा को ग्रैंडमास्टर का खिताब

टोंक न्यूज़ डेस्क, टोंक की साढ़े 8 साल की कृषा वैष्णव ने एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ग्रैंड मास्टर का खिताब जीता है। कृषा को यह खिताब लव कुश राम कथा का सबसे तेज वाचन करने पर मिला है। कृषा ने यह वाचन 3 मिनट 48 सेकंड में पूरा किया है जो इतनी जल्दी किसी ने नहीं किया। इस बात से उसके परिवार और शहर के लोग खुश हैं। टोंक की रहने वाली कृषा फिलहाल भीलवाड़ा में अपने माता-पिता के साथ रहती है। उसके पिता डॉक्टर हैं। कृषा को संगीत में भी काफी रुचि है।

इसी के चलते वह भीलवाड़ा में डॉ. दीपेश विष्णुवत से संगीत की शिक्षा ले रही है। लोकेश डडवाडिया से वाद्य यंत्रों की शिक्षा ले रही है। वह विट्टी इंटरनेशनल स्कूल की तीसरी कक्षा की छात्रा है। टोंक के हाउसिंग बोर्ड निवासी कृषा के चाचा विकास वैष्णव ने बताया कि कृषा की इस उपलब्धि का श्रेय उसके माता-पिता को जाता है। उसकी मां गृहिणी हैं। उन्होंने ही कृषा को इस धार्मिक प्रवृत्ति की ओर बढ़ाया है। उसके बाद पिछले दो सालों से कृषा लव कुश राम कथा को तेजी से और स्पष्ट रूप से सुनाने का अभ्यास कर रही है। उसकी प्रतिभा को देखते हुए उसके माता-पिता ने इस साल एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। फिर हाल ही में उसे यह खिताब जीतने की खबर मिली।

टोंक ही नहीं, राजस्थान का भी नाम रोशन किया

कृषा ने अपनी अनूठी प्रतिभा और सांस्कृतिक विरासत के प्रति समर्पण से एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का खिताब जीता है। कृषा के पिता डॉ. जयराज वैष्णव ईएनटी विशेषज्ञ हैं। वे फिलहाल भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में हैं। मां कृति वैष्णव गृहिणी हैं।