जल झूलनी एकादशी उत्सव Tonk का एक महत्वपूर्ण त्यौहार
टोंक न्यूज़ डेस्क, जल झूलनी एकादशी हर साल हिंदू महीने भाद्रपद के शुक्ल पक्ष (उज्ज्वल आधा) की एकादशी (ग्यारहवें दिन) को आती है, जिसे भादो के नाम से भी जाना जाता है।
जल झूलनी एकादशी का महत्व
जल झूलनी एकादशी पर, हिंदू भगवान विष्णु के वामन अवतार की पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है उसे अपार सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। धन कारक के अलावा एक और मान्यता है कि माता यशोदा ने इस दिन भगवान कृष्ण के कपड़े धोए थे। इसलिए जल झूलनी एकादशी को लोग पद्मा एकादशी के रूप में भी मनाते हैं।
जल झूलनी एकादशी उत्सव
जल झूलनी एकादशी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। भक्त भगवान विष्णु की पालकी (पालकी) के साथ शोभा यात्रा (सम्मान यात्रा) करते हैं। इस दिन, भगवान विष्णु की मूर्ति को मंदिर के बाहर झील, तालाब, बावरी और नदी जैसे पवित्र जल निकायों में स्नान कराया जाता है।महत्वपूर्ण है।
