Tonk में सआदत हॉस्पिटल में सवा करोड़ रुपए से बनेगी इंटीग्रेटेड हेल्थ लैब
टोंक न्यूज़ डेस्क, मरीजों को जांच के लिए परेशान न होना पड़े, इसके लिए सरकार जिला अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ा रही है। सआदत अस्पताल में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब का निर्माण कराया जाएगा। इससे मरीजों को एक ही छत के नीचे 90 से ज्यादा तरह की जांच की सुविधा मिल सकेगी.
इस लैब के लिए 1.25 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की गई है। लेआउट प्लान के मुताबिक यह लैब करीब 6358 वर्ग फीट एरिया में बनाई जानी है. सआदत अस्पताल में बन रही इंटीग्रेटेड हेल्थ लैब प्रथम तल पर बनेगी। मेडिकल इंजीनियर गणेश अग्रवाल ने उम्मीद जताई कि इस साल 2024 के अंत तक इसका संचालन शुरू हो जाएगा. इस संबंध में टेंडर और अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं.
लैब निर्माण के लिए मेडिकल इंजीनियर गणेश अग्रवाल बुधवार को सआदत अस्पताल पहुंचे और पीएमओ डॉ. बीएल मीना व अन्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ जगह आदि चिह्नित करने का काम किया. अग्रवाल ने बताया कि सआदत अस्पताल के प्रथम तल पर लैब के लिए जगह पर विचार किया गया है.
इसको लेकर टीम मौके का निरीक्षण कर चुकी है। इस लैब में एक ही जगह पर सभी तरह के टेस्ट की सुविधा होगी। मरीजों को कई जगह भटकना नहीं पड़ेगा। अधिकारियों के मुताबिक इस लैब का संचालन प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत किया जाएगा.
इसका उद्देश्य है कि अस्पतालों में सभी तरह की जांचें एक ही छत के नीचे हो जाएं, ताकि मरीजों को इधर-उधर भटकना न पड़े। ओपीडी के आसपास लैब बनाने पर जोर दिया जा रहा है। वर्तमान में सआदत अस्पताल की लैब भी ओपीडी के पास ही संचालित हो रही है। मेडिकल इंजीनियर गणेश अग्रवाल का कहना है कि लैब के लिए स्थान चिह्नीकरण और टेंडर आदि का काम किया जा रहा है।
पीएमओ डॉ. बीएल मीना का कहना है कि वरिष्ठ नागरिकों को बड़े अस्पतालों में इलाज में कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए चिकित्सा विभाग प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में जिरियाट्रिक यूनिट शुरू कर रहा है. यह यूनिट भी सआदत अस्पताल की दूसरी मंजिल पर आईसीयू यूनिट के पास बनाई गई है। इसमें बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर के पास दिखाने से लेकर भर्ती होने तक की व्यवस्था तैयार की गई है।