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Tonk जिले में अतिक्रमण हटाने गई वन विभाग की टीम पर पर बरसे लाठी-डंडे, जानिए क्या है हमले की वजह ?

 
Tonk जिले में अतिक्रमण हटाने गई वन विभाग की टीम पर पर बरसे लाठी-डंडे, जानिए क्या है हमले की वजह ?

टोंक न्यूज़ डेस्क - राजस्थान में टोंक जिला मुख्यालय के दूधिया बालाजी वन क्षेत्र में लंबे समय से वन भूमि पर काबिज मोग्या जाति के लोगों ने वन विभाग की टीम पर लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया। क्लोजर एरिया में हरे पेड़ों की कटाई की शिकायत मिलने पर टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी। इस दौरान अतिक्रमणकारियों ने वन विभाग के वाहन में तोड़फोड़ की और टीम को चारों तरफ से घेर लिया।

झोपड़ियों में आग लगाने को लेकर विवाद

घटना के दौरान अतिक्रमणकारियों की झोपड़ियों में आग लगने का मामला भी सामने आया। वन विभाग का आरोप है कि दबाव बनाने के लिए अतिक्रमणकारियों ने खुद ही अपनी झोपड़ियों में आग लगा ली। वहीं, अतिक्रमणकारियों ने वन विभाग पर घरों में आग लगाने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत की।

वन क्षेत्र का दुरुपयोग और चोरी की घटनाएं

दूधिया बालाजी वन क्षेत्र में करीब 15 परिवार लंबे समय से अस्थायी झोपड़ियां बनाकर रह रहे थे। ये न सिर्फ वन भूमि पर कब्जा कर रहे थे, बल्कि क्लोजर में लगे पेड़ों को काटकर जंगल को भी नुकसान पहुंचा रहे थे। यह भी पता चला है कि चोरी और डकैती की घटनाओं में शामिल मोग्या गिरोह के लिए यह इलाका छिपने के ठिकाने के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है। हाल ही में मध्य प्रदेश पुलिस ने इसी जंगल से एक अपराधी को गिरफ्तार किया था।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है

वन विभाग की टीम पर हमला और अतिक्रमण के मामले में पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया है। रेंजर के मुताबिक, मोग्या जाति के लोगों ने कार्रवाई का विरोध करते हुए उन पर पथराव और मारपीट की। अब पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने वन भूमि पर अतिक्रमण और सरकारी काम में बाधा डालने के गंभीर मुद्दे को उजागर किया है, जिसके चलते इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।