Aapka Rajasthan

Tonk जिले में पहुंचे राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, प्रशासन को योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन के दिए आदेश

 
Tonk जिले में पहुंचे राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, प्रशासन को योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन के दिए आदेश

टोंक न्यूज़ डेस्क - राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े सोमवार को टोंक आए। जिला मुख्यालय पर आरएसी बटालियन के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद जिला परिषद सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा बैठक की। इसमें राज्यपाल ने सरकार की विभागवार योजनाओं का फीडबैक लिया। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि सरकारी योजनाओं का लाभ पात्रों को समय पर मिले। इसमें किसी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार ने जनहित में कई ऐसी योजनाएं शुरू की हैं, जिनका लाभ पात्र लोगों तक समय पर पहुंचे तो उनका जीवन स्तर भी ऊपर उठेगा। ज्ञात हो कि राज्यपाल बागड़े दो दिन पहले टोंक आए थे। उनके दौरे को लेकर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली थी। कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने रविवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश दिए। सरकारी योजनाओं की प्रगति जानी। एडीएम रामरतन सौंकरिया भी दो दिन से इस दौरे की तैयारियों में जुटे रहे। आज राज्यपाल सुबह करीब दस बजे सीधे नगर परिषद सभागार पहुंचे।

जहां उन्हें आरएसी के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान कलेक्टर डॉ. सौम्या झा, एसपी विकास सांगवान व अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद सभागार में अधिकारियों की बैठक ली गई। हालांकि उन्होंने मीडिया से बात नहीं की। कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने बताया कि राज्यपाल ने बैठक कर सरकार की योजनाओं का फीडबैक लिया है। कुछ योजनाओं को लेकर निर्देश दिए हैं। उन योजनाओं में और प्रगति की जाएगी। भाजपा जिला अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान ने बताया कि राज्यपाल ने सरकार की योजनाओं को लेकर बैठक की है। उसमें हर योजना का लाभ पात्र लोगों को जल्द दिलाने के निर्देश दिए हैं।

हमें खुशी है कि राज्यपाल भी लोगों को समय पर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए बैठकें कर रहे हैं। इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान, पूर्व नगर परिषद चेयरमैन गणेश माहुर, लक्ष्मी जैन, भाजपा नेता सतीश चंदेल, सत्यनारायण चौधरी, श्याम लाल जैन, राजेंद्र पराना, दीपक संगत, नरेश बंसल ओमप्रकाश गुप्ता, विनायक जैन, प्रभु बरोलिया आदि ने बैठक के बाद बाहर आने पर राज्यपाल का स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया।