बीसलपुर बांध से हो रही दूषित जल की आपूर्ति! नलों में आ रहा बदबूदार और पीला पानी, जलदाय विभाग पर उठे सवाल
बीसलपुर बांध से जिले के लाखों लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए फिल्टर प्लांट से गंदे पानी की आपूर्ति ने लोगों में स्वास्थ्य को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कस्बे के देवली मार्ग पर बने बीसलपुर-टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना के फिल्टर प्लांट के कार्मिकों की लापरवाही के चलते इन दिनों गंदे पानी की आपूर्ति का मामला सामने आया है।
यहां लगे नल से लोगों द्वारा पीने के लिए भरा जाने वाला पानी गंदा व पीले रंग का होने से लोगों में रोष है। ग्रामीण कृष्ण गोपाल पाराशर, जगदीश प्रसाद, किशन कुमार आदि ने बताया कि फिल्टर प्लांट पर लगे नल से गंदा व पीला पानी आ रहा है। संबंधित अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि बीसलपुर टोंक उनियारा पेयजल परियोजना के फिल्टर प्लांट पर पानी फिल्टर करने के लिए नई तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।
लेकिन पानी फिल्टर करते समय फिटकरी, क्लोरीन, बजरी, पत्थर, गिट्टी आदि परंपरागत प्रक्रिया भी अपनाई जाती है। ऐसे में यहां कार्यरत कार्मिकों की लापरवाही के कारण इनके उपयोग में पानी प्रदूषित हो रहा है।परियोजना के प्रथम चरण में शुद्ध जलापूर्ति से जुड़े टोंक, देवली, उनियारा, दूनी शहर तथा द्वितीय चरण में इनसे जुड़े कुल 436 गांव-ढाणियों का भविष्य अंधकारमय माना जा रहा है।
