तालाब में मिला मां और मासूम बेटी का शव, वायरल फुटेज में देखे 2 दिन से थे लापता
राजस्थान के टोंक के पचेवर कस्बे में रविवार को खेत पर पानी से भरे एक तालाब में मां और बेटी का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मां अपनी बेटी के साथ दो दिन से लापता थी। एक महिला को खेत पर जाते समय मासूम बच्ची का शव तैरता दिखाई दिया। वहीं तालाब के पास चप्पल की जोड़ी पड़ी मिली। इसके बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई।

टोंक न्यूज़ डेस्क - राजस्थान के टोंक के पचेवर कस्बे में रविवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब खेत पर बने पानी से भरे तालाब में मां-बेटी के शव मिले। मां दो दिन से अपनी बेटी के साथ लापता थी। घर से थोड़ी दूरी पर खेत में तालाब है। जहां एक महिला ने मासूम बच्ची का शव तैरता हुआ देखा। तालाब के पास एक जोड़ी चप्पल पड़ी मिली। इसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर एएसआई गोपाल लाल दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पुलिस ने 2 वर्षीय बच्ची का शव तालाब से बाहर निकाला, लेकिन मां का शव नजर नहीं आया।
इसके बाद मां के शव की तलाश शुरू हुई। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद मां का शव भी बाहर निकाल लिया गया। घटना की सूचना मिलने पर थानाधिकारी मुकेश चौधरी भी मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने घटना की जानकारी लेकर मौका मुआयना किया। मालपुरा से पहुंची मोबाइल इन्वेस्टिगेशन यूनिट की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल मालपुरा की मोर्चरी में भिजवाया। मृतका जीतराम की पत्नी नसीब (23) और उसकी बेटी मनीषा है। फिलहाल मां-बेटी की मौत के कारणों का स्पष्ट रूप से खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है।
दो दिन पहले घर से निकली थी
मृतका के ससुर रामचरण ने बताया कि बेटा जीतराम 21 मार्च को मजदूरी करने जयपुर गया था। इसके बाद नसीब दो दिन पहले बेटी मनीषा को लेकर बिना किसी को बताए घर से निकल गया। मां-बेटी की कई जगह तलाश की गई, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दी। पुलिस मां-बेटी की तलाश कर रही थी। अब मां-बेटी के शव तालाब में मिले हैं।
तीन साल पहले हुई थी शादी
परिजनों ने बताया कि जीतराम की शादी तीन साल पहले समेलिया गांव में नसीब से हुई थी। जीतराम ढोलक बजाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। मां-बेटी की मौत से परिवार के हर व्यक्ति की आंखें नम थीं। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव घर पहुंचे, दोनों को तुरंत दाह संस्कार के लिए ले जाया गया। जहां एक ही चिता पर मां-बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया है।