Aapka Rajasthan

टोंक में एसीबी का बड़ा एक्शन! घूसखोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए वरिष्ठ सहायक, जांच जारी

 
टोंक में एसीबी का बड़ा एक्शन! घूसखोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए वरिष्ठ सहायक, जांच जारी

टोंक न्यूज़ डेस्क - राजस्थान के टोंक में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई की है। इसमें उप पंजीयक कार्यालय के वरिष्ठ सहायक विजेंद्र कुमार मीना को 1000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी जयपुर स्थित एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर की गई।

वरिष्ठ सहायक ने मांगी थी 2000 रुपए की रिश्वत
एसीबी डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि आरोपी विजेंद्र कुमार मीना वर्तमान में टोंक के उप पंजीयक कार्यालय में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत है। उसने भारतीय स्टांप डीलर लाइसेंस के नवीनीकरण की एवज में 2000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। जिस पर पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई थी।

1500 रुपए की रिश्वत लेने पर हुआ राजी
परिवादी के अनुसार आरोपी लगातार उसे रिश्वत देने के लिए परेशान कर रहा था, 24 मार्च 2025 को डिमांड सत्यापन के दौरान आरोपी विजेंद्र कुमार मीना ने 1500 रुपए की रिश्वत लेने पर राजी होकर परिवादी से 500 रुपए ले लिए, शेष 1000 रुपए 25 मार्च 2025 को देने को कहा। जिसके बाद पीड़ित ने एसीबी में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया
शिकायत की जांच सही पाए जाने पर एसीबी ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जिसमें अजमेर रेंज पुलिस उप महानिरीक्षक कालूराम रावत के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी टोंक झाबर मल ने आरोपी को पकड़ने के लिए योजना तैयार की, जिसमें आरोपी विजेंद्र कुमार मीना को परिवादी से 1000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।

एसीबी जांच में जुटी
फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है। एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। एसीबी के पुलिस महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ब्यूरो भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। यह गिरफ्तारी टोंक में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की चल रही लड़ाई का हिस्सा है।