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Tonk में 3 साल में 349 ट्रांसफार्मर हुए चोरी, खुलासा एक का भी नहीं, बिजली निगम को लगी लाखों की चपत

 
Tonk में 3 साल में 349 ट्रांसफार्मर हुए चोरी, खुलासा एक का भी नहीं, बिजली निगम को लगी लाखों की चपत

टोंक न्यूज़ डेस्क, बिजली निगम के ट्रांस फार्मर चोरी की वारदातें थमने के स्थान पर दिनाेंदिन बढ़ती जा रही है। चोर आए दिन ट्रांसफार्मर पर हाथ साफ कर रहे हैं। दो दिन पहली ही टोडा क्षेत्र के घारेड़ा गांव में एक ही रात में चोर दो ट्रांस फार्मर चोरी कर ले गए। इससे उपभोक्ताओं को अंधेरे में रहना पड़ा। आलम यह है कि पिछले तीन सालों में अब तक 349 ट्रांसफ ार्मरों की चोरी की वारदात हो चुकी। इससे जयपुर डिस्कॉम को 2.28 करोड़ की चपत लग चुकी है। इतना ही नहीं कई स्थानों पर तो ट्रांस फार्मर एक से अधिक बार चोरी हो चुके हैं। इसमें सिंगल फेज व थ्री फेज के ट्रांस फार्मर शामिल हैं। उल्ल खनीय है कि आबादी क्षेत्र हो या फिर कृषि कुओं का मामला हो, चोर आए दिन बिजली निगम को निशाना बनाकर करोड़ाें रुपए के ट्रांस फार्मर व अन्य सामान पर हाथ साफ कर रहे हैं। निगम सूत्रों के मुताबिक सर्वाधिक 135 ट्रांस फार्मर इस वित्तीय वर्ष में चोरी हुए हैं। जबकि वर्ष 2019 2020 में 108, वर्ष 2020 2021 में 106 ट्रांस फार्मर चोरी हुए हैं।

अधिकतर ट्रांसफार्मर ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी हुए हैं। ये 16 व 25 केवी क्षमता के होते हैं। इनकी लागत 70 हजार से लेकर 1 लाख रुपए तक आती है। जबकि ट्रांसफार्मर 5 केवी से लेकर 25 केवी तक सिंगल फेज व 16 केवी से लेकर 25 केवी के भी होते हैं। जिले के अभियंताओं से मिली जानकारी के अनुसार बीते तीन सालों में जिले में सर्वाधिक ट्रांसफार्मरों की चोरी निवाई ब्लॉक में हुई है। यहां 146 ट्रांसफार्मर चोरी गए। जबकि सबसे कम चोरी 17 ट्रांसफार्मर की देवली क्षेत्र में हुई। टोंक में 40, उनियारा में 50, टोडा में 35,मालपुरा में 32 व पीपलू में 29 ट्रांसफार्मर चोरी की वारदातें सामने आई है।