राजस्थान में इस दिन से शुरू होंगी 9वीं-11वीं की वार्षिक परीक्षाएं! हुआ 50 हजार से ज्यादा छात्रों का पंजीकरण, यहां पढ़े हर जरूरी डिटेल

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर से मान्यता प्राप्त श्रीगंगानगर सहित प्रदेशभर के सरकारी व निजी विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 9वीं व 11वीं के विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षाएं 24 अप्रैल से शुरू होंगी। दो पारियों में होने वाली इन परीक्षाओं के तहत दूसरी पारी के परीक्षार्थियों को तपती दोपहरी में पेपर देने आना होगा। बता दें कि अजमेर बोर्ड की ओर से कक्षा 10वीं-12वीं व 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं संपन्न होने के बाद शिक्षा विभाग की ओर से वर्ष 2025 की स्थानीय परीक्षाएं करवाने की तैयारी की जा रही है। हालांकि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी शाला दर्पण पोर्टल व पीएसपी पोर्टल से राज्य स्तर पर विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार प्रश्नपत्र तैयार कर जिले से ब्लॉक व ब्लॉक से पीईईओ स्तर पर वितरित किए जाएंगे।
समय सारिणी के अनुसार परीक्षा के पहले तीन दिन में केवल दूसरी पारी में ही पेपर रखे गए हैं। इसके तहत 24 अप्रैल को दूसरी पारी में कक्षा 9वीं का सूचना एवं प्रौद्योगिकी संकल्पना तथा कक्षा 11वीं का स्वतंत्रता के बाद स्वर्णिम इतिहास का पेपर लिया जाएगा। ये पेपर 8 मई तक चलेंगे। गौरतलब है कि जिले के 9 ब्लॉकों से 9वीं व 11वीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की संख्या 50 हजार से अधिक है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गिरजेश कांत शर्मा ने बताया कि वार्षिक परीक्षा के प्रश्नपत्र सरकारी स्कूलों के नजदीक पुलिस थानों में रखवाए जाने हैं। प्रश्नपत्र परीक्षा तिथि से 2 दिन पहले ब्लॉक स्तर पर पहुंच जाएंगे तथा जिले के सभी ब्लॉक संबंधित पीईईओ को उसी दिन प्रश्नपत्र वितरित कर देंगे।
बता दें कि 9वीं के पेपर एक पारी में होंगे जबकि 11वीं के कुछ पेपर 2 पारी में भी होंगे। पहली पारी सुबह 7:45 से 11 बजे तक तथा दूसरी पारी सुबह 11:30 से दोपहर 2:45 बजे तक होगी। ^कक्षा 9वीं व 11वीं के लिए गैर प्रायोगिक विषयों में 100 अंकों के पेपर होंगे जबकि प्रायोगिक विषयों के लिए 70 अंक निर्धारित हैं। चित्रकला व संगीत का सैद्धांतिक पेपर 30 अंकों का होगा। टाइम टेबल में अंकित विषयों के अलावा शेष विषयों के पेपर की व्यवस्था संस्था प्रधान को विद्यालय स्तर पर ही करनी होगी।
भूपेश शर्मा, जिला समन्वयक, विद्यार्थी परामर्श केंद्र, श्रीगंगानगर श्रीगंगानगर | अभी तक सरकारी विद्यालयों में शिक्षण स्टाफ के लिए एप था, लेकिन अब विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति एप तैयार है। इसमें उपस्थित विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति ली जाएगी। अनुपस्थित विद्यार्थियों के लिए विकल्प दिए गए हैं, जिसमें तीन विकल्प शामिल हैं। बीमारी के कारण अनुपस्थित, स्वीकृत अवकाश या बिना सूचना दिए अनुपस्थित। शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। इससे पहले फरवरी माह में प्रथम व द्वितीय चरण के 134 विवेकानंद मॉडल स्कूल व 205 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह योजना शुरू की गई थी।
अब इसे सभी सरकारी विद्यालयों में लागू कर दिया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि प्रार्थना सभा के दौरान एप में प्रदर्शित विद्यार्थियों की सूची में से ही अनुपस्थित विद्यार्थियों को चिन्हित करना होगा। इससे विद्यार्थियों की तिथिवार उपस्थिति सीधे शाला दर्पण पोर्टल पर मौजूद मॉड्यूल में अंकित की जा सकेगी। बाद में यह डाटा स्कूल लॉगिन के साथ ही ब्लॉक, जिला व राज्य स्तरीय कार्यालयों के लॉगिन पर भी आसानी से उपलब्ध हो सकेगा। विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर मिल रही शिकायतों को देखते हुए लंबे समय से इसे ऑनलाइन करने की जरूरत महसूस की जा रही थी। अब इस एप के जरिए विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज होने से फर्जीवाड़ा रुकेगा और विद्यालयों में उपस्थिति का सच सामने आएगा।