राजस्थान में थाई गर्ल की संदिग्ध एंट्री से मचा बवाल! एक्शन में आई CID की टीम ने 3 लोगों पर कसा शिकंजा, जाने क्या है पूरा मामला
थाई लड़की को 4 दिन तक अपने फ्लैट में रखना श्रीगंगानगर के दो दोस्तों और एक फ्लैट मालिक को महंगा पड़ गया। इन दोस्तों ने अपनी फेसबुक फ्रेंड थाई लड़की को भारत में घूमने के लिए बुलाया था। बाद में पुलिस को सूचना दिए बिना ही उसे श्रीगंगानगर के एक फ्लैट में रखा। इसी बीच पुलिस की सीआईडी यूनिट को इसकी भनक लग गई। वे तुरंत लड़की के ठिकाने पर पहुंच गए। सीआईडी अधिकारियों ने उसे वापस दिल्ली भेज दिया। लड़की को बुलाने वाले दो दोस्तों और फ्लैट मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार थाईलैंड की 30 वर्षीय टेटपीचा श्रीथोंगबून की फेसबुक के जरिए श्रीगंगानगर के जहूर अहमद और हरप्रीत सिंह से दोस्ती हुई थी। वह उनके बुलाने पर भारत आई थी। इसके बाद यह लड़की श्रीगंगानगर पहुंच गई। यहां जहूर अहमद और हरप्रीत सिंह ने उसे श्रीगंगानगर के एल ब्लॉक स्थित अपने दोस्त अमित चुघ के फ्लैट में रखा। वह चार दिन तक उस फ्लैट में रही। लेकिन इसकी जानकारी सीआईडी के जोन कार्यालय को नहीं दी गई।
सीआईडी कार्यालय में मचा हड़कंप
सीआईडी कार्यालय को जब विदेशी युवती के श्रीगंगानगर में ठहरने की जानकारी मिली तो वहां हड़कंप मच गया। सीआईडी की टीम उस फ्लैट पर पहुंची, जहां थाई युवती ठहरी हुई थी। सीआईडी की टीम ने युवती और उसके दोस्तों तथा फ्लैट मालिक से पूछताछ की। इसके बाद सीआईडी अधिकारियों ने युवती को वापस दिल्ली भेज दिया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि युवती के पास नवंबर 2025 तक का टूरिस्ट वीजा है। सीआईडी ने विदेशी नागरिक विशेष अधिनियम 1946 के तहत फ्लैट मालिक जहूर अहमद और हरप्रीत सिंह सहित अन्य के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया है।
सीआईडी जोन कार्यालय को देनी होती है विदेशी नागरिक की जानकारी
गौरतलब है कि भारत में किसी भी विदेशी नागरिक के ठहरने की जानकारी सीआईडी जोन कार्यालय को देनी होती है। यहां तक कि होटलों और धर्मशालाओं में भी विदेशी नागरिकों के चेक-इन के दौरान सीआईडी के लिए फार्म सी भरा जाता है। इसके बाद इसकी जानकारी सीआईडी जोन कार्यालय को भेजी जाती है। लेकिन श्रीगंगानगर में इन युवकों ने इस मामले में लापरवाही दिखाई और सीआईडी को इसकी जानकारी नहीं दी। बहरहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
