Sriganganagar फार्मासिस्टों ने रखा सामूहिक अवकाश, नारेबाजी कर जताया विरोध

बहिष्कार से अटक सकता है गोशालाओं का सर्वे
पशु चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार से श्रीगंगानगर जिले में अनुदान के लिए गोशालाओं का सर्वे तथा कामधेनु बीमा योजना का काम अटक गया है। पशु चिकित्सक नॉन प्रेक्टिस अलाउंस (एनपीए) की मांग को लेकर 7 सितम्बर से कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। पशु चिकित्सकों ने एनपीए की मांग खारिज होने के बाद कामधेनु बीमा योजना के साथ गोशालाओं का सर्वे करने के काम का बहिष्कार कर रखा है। इसके साथ ही गोपालन से जुडे कार्य का भी उन्होंने बहिष्कार कर रखा है। कामधेनु योजना में दुधारू पशुओं का बीमा किया जाता है ताकि पशु की मौत पर पशु पालक को आर्थिक सहायता मिल सके।
गोशालाओं का सर्वे गोवंश का भौतिक सत्यापन करने के लिए किया जाता है। सर्वे समय पर नहीं हुआ तो गोशालाओं में रहने वाले गोवंश की संख्या के आधार पर राज्य सरकार प्रति गोवंश जो अनुदान देती है, वह समय पर नहीं मिलेगा। इससे उन गोशालाओं में गोवंश के लिए चारे का संकट खड़ा हो सकता है, जो अनुदान के सहारे चल रही है। इन गोशालाओं में चारे का संकट पैदा हो सकता है।पशुपालन विभाग प्रत्येक छह माह में गोशालाओं में रहने वाले गोवंश का सर्वे करवाता है। इस बार यह सर्वे 25 सितंबर से शुरू होना है। यदि पशु चिकित्सकों की मांग नहीं मानी गई तो भौतिक सत्यापन शुरू नहीं होगा।