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Sriganganagar नगरपरिषद अधिकारियों पर मनमर्जी से काम करने का आरोप, लोगों में आक्रोश

 
Sriganganagar नगरपरिषद अधिकारियों पर मनमर्जी से काम करने का आरोप, लोगों में आक्रोश
श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क, श्रीगंगानगर श्रमिक नेता महेंद्र बागड़ी ने नगरपरिषद अधिकारियाें पर मनमर्जी से काम करने के आराेप लगाते हुए बुधवार काे परिषद में धरना शुरू कर दिया। बागड़ी ने आराेप लगाया कि नगरपरिषद के अधिकारी सभापति के आदेशाें काे भी मानने से मना कर देते हैं। वार्ड 16 के एक व्यक्ति राजेंद्र सिंह ने पिता की मृत्यु के बाद सभापति के जरिए वारिसनामा बनवाया। इसके बाद नगरपरिषद में दाे भाईयाें व मां ने नामांतरण के लिए आवेदन किया। लेकिन परिषद के अधिकारी ने नाेटशीट पर यह लिखते हुए नामांतरण से मना कर दिया कि अब न्यायालय से ही बनाए जा सकते हैं। बागड़ी ने कहा कि नगरपरिषद एक भी नामांतरण न्यायालय से जारी करवाकर दिए जाने का प्रमाण पेश करे।

बागड़ी ने कहा कि नामांतरण न करने के पीछे दूसरी वजह यह है कि प्रार्थी की ओर से नगरपरिषद काे बता दिया गया कि वह ऑस्ट्रेलिया में डाक विभाग में कर्मचारी है। जानकारी मिलते ही नगरपरिषद के कार्मिकाें ने प्रार्थी का मकान तक देखा, जबकि नामांतरण के लिए माैका देखने का नियम ही नहीं है। राेचक यह है कि शाम तक बागड़ी नगरपरिषद में करीब 10-12 लाेगाें के साथ धरना लगाकर बैठे रहे। लेकिन इस दाैरान सभापति व आयुक्त नगरपरिषद नहीं आए। दाेपहर एक्सईएन व जेईएन जरूर धरना स्थल पर पहुंचे, समझाइश का प्रयास भी किया गया, लेकिन बागड़ी ने यह कहते हुए धरना उठाने से मना कर दिया कि पहले दाेषी अधिकारियाें पर कार्रवाई हाेनी चाहिए।

इसके बाद ही धरना उठाया जाएगा। गुरुवार काे समाज के लाेगाें के साथ वार्ड 15-16 से अनेक लाेग धरने पर आएंगे। शाम करीब 6 बजे नगरपरिषद सूनी नजर आने लगी। अधिकतर अधिकारी-कर्मचारी घर चले गए। लेकिन बागड़ी पूर्व पार्षद बालकिशन कुलचानिया, मनाेज कुलचानिया, राजकीय महाविद्यालय अध्यक्ष आर्यन वर्मा, पवन नंदीवाल, रामनगर विकास समिति के अध्यक्ष किशनलाल बुडानिया, पार्षद राेहित बागड़ी, विनाेद काैशिक व बंटी वाल्मीकि सहित अन्य माैजूद रहे।