Sriganganagar जमीन महंगी है और विभागों से कोई प्रतिक्रिया नहीं
श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क, 750 करोड़ रुपए से 4 इथेनॉल प्लांट प्रोजेक्ट: 1 शिफ्ट, 1 ड्रॉप और 2 कागजों में ही: समिट में 705 करोड़ रुपए के 4 इथेनॉल प्लांट लगाने के एमओयू हुए। जमीन नहीं मिलने पर गुजरात के कुमारेश बुधिया ग्रुप ने 100 करोड़ रुपए का प्रस्ताव शिफ्ट कर लिया। छत्तीसगढ़ की बार्बेरिक बायोएनर्जी प्राइवेट लिमिटेड ने 350 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट एलओआई स्तर पर ड्रॉप कर लिया। हेमंत गुप्ता ग्रुप का 100 करोड़ रुपए व मुकुल कंसल ग्रुप ने 155 करोड़ रुपए का इथेनॉल प्रोजेक्ट अभी कागजों से बाहर नहीं निकला।
25 करोड़ का फूड प्रोसेसिंग प्लांट: पहले रास्ता विवाद, अब कन्वर्जन की फाइल लंबित: लुधियाना की जेएमएल एग्रो इंडस्ट्रियल प्राइवेट लिमिटेड ने चक गणेशगढ़ बारानी में 25 करोड़ रुपए से फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाना है। दो वर्ष तक रास्ता विवाद आरएए न्यायालय में चला। फर्म के एमडी राजन बब्बर के अनुसार उन्हें रास्ते के लिए रेवेन्यू बोर्ड तक केस लड़ना पड़ा। प्रशासन ने पक्षकारों से समझौता वार्ता कर विवाद का समाधान करवाने का प्रयास नहीं किया। केस का फैसला होने में दो वर्ष लग गए।
बिजली डेढ़ वर्ष बाद मिली। बब्बर के अनुसार जमीन के कन्वर्जन की फाइल अभी तक लंबित है। संदीपसिंह धामू| श्रीगंगानगर कोरोना के लॉकडाउन से झकझोर हुए उद्यमियों को अॉक्सीजन देने के लिए पौने तीन वर्ष पूर्व करवाई इन्वेस्टमेंट समिट 2022 ख्याली पुलाव ही साबित हुई। इसमें जिले में इन्वेस्ट श्रीगंगानगर की थीम पर 2,792 करोड़ रुपए के 111 एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडर स्टेंडिंग) और एलओआई (लेटर ऑफ इंटेंट) साइन हुए। एमओयू और एलओआई साइन करने वाली निवेशक फर्मों ने कृषि प्रधान जिले में जमीन के रेट महंगे होने और सरकार की ओर से अपेक्षित सहयोग न मिलने की वजह से यहां उद्योग स्थापित करने में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई।
