Sriganganagar फार्मर यूनिक आईडी कृषि क्षेत्र को डिजिटल मोड में बदलने का ऐतिहासिक कदम

ऑनलाइन गिरदावरी के लाभ बताए
प्रगतिशील किसान शिवप्रकाश सहारण ने किसानों की ओर से स्वयं फसल गिरदावरी करने को लेकर बताया कि इस व्यवस्था से किसानों को की ओर से बीजान्त की गई फसल की जानकारी में पारदर्शिता आएगी, जिससे किसानों को अपनी फसल समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए पंजीयन करते समय फसलों का सही मूल्यांकन होगा। प्राकृतिक आपदा के समय किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है, जिसकी भरपाई के लिये राज्य सरकार की ओर से फसल खराबा आंकलन के लिए विशेष गिरदावरी की व्यवस्था का इस्तेमाल करती है। इससे किसानों की खराब हुई फसलों का आंकलन करने में बहुत समय लग जाता था, लेकिन अब ऑनलाइन गिरदावरी किसानों की ओर से स्वयं करने पर, जहां एक ओर किसान को अपनी बीजान्त की हुई फसल को लेकर संतुष्टी होगी तथा दूसरी ओर फसल बीमा क्लेम व मुआवजा आदि की सहायता किसानों को समय पर मिल सकेगी।
किसान फार्मर यूनिक आईडी शीघ्र बनाएं
फार्मर रजिस्ट्री की जानकारी देते हुए शिवप्रकाश सहारण ने बताया कि फार्मर यूनिक आईडी कृषि क्षेत्र को डिजिटल मोड में बदलने का एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि राज्य सरकार की ओर से पंचायत स्तर पर फार्मर रजिस्ट्री शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों में किसान अपनी फार्मर यूनिक आईडी समय पर बनवा लेवें, ताकि भविष्य में खेती से जुड़ी सभी जानकारी व योजनाओं का लाभ बिना विलम्ब के मिल सके। संगोष्ठी में सादुलशहर ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष मंगत सहारण, किसान गोरधन सहारण, कुलविन्द्र सहारण, बलदेव, हंसराज, डॉ. राकेश सहारण, प्रमोद कुमार, ओमप्रकाश, सतपाल, देवीलाल सहारण, महेन्द्र बिश्नोई आदि ने कृषि सम्बन्धी जिज्ञासाओं को दूर किया।