आरजीएचएस घोटाला : श्रीगंगानगर के पूर्व पीएमओ डॉ. कामरा ने परिवार के लिए फर्जी दवा बिल बनाकर किया लाखो रूपए का गबन
श्रीगंगानगर के पूर्व पीएमओ डॉ. केएस कामरा को राजस्थान सरकार ने निलंबित कर दिया है। उन पर राजस्थान सरकारी स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) में 34 लाख 14 हजार रुपए का गबन करने का आरोप है। डॉ. कामरा ने कोरोना काल में पीएमओ रहते हुए अपने परिवार के लिए फर्जी दवा बिल बनाए। उन्होंने अपनी पत्नी, मां और दो बेटों के नाम से 38 लाख 23 हजार रुपए की दवाइयां लिखीं।
इसके लिए उन्होंने 416 बार पर्चे जारी किए। आरजीएचएस पोर्टल पर बिलों की एआई जांच में यह मामला सामने आया। राज्य सरकार ने 8 अप्रैल को निलंबन आदेश जारी किए। हालांकि, इन्हें 16 अप्रैल को सार्वजनिक किया गया। वर्तमान में अनूपगढ़ के सरकारी अस्पताल में तैनात डॉ. कामरा को निलंबन अवधि में जयपुर में स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव कार्यालय में उपस्थित होना होगा। निलंबन आदेश शासन उप सचिव चिकित्सा सैयद शिराज अली जैदी की ओर से जारी किए गए हैं।
