श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिहाड़े पर राजस्थान में संभावित बड़ा धार्मिक आयोजन
सिखों के नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिहाड़े के मौके पर राजस्थान में एक बड़ा धार्मिक आयोजन आयोजित किए जाने की संभावना है। इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों द्वारा तैयारी की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, डॉ. अंबेडकर चेंबर ऑफ कॉमर्स (DACC) के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को इस धार्मिक आयोजन के महत्व और उसके सफल आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी दी।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि यह अवसर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक और सुरक्षा सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से लिया और कहा कि राज्य सरकार धार्मिक आयोजनों को शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रूप से सम्पन्न कराने में पूरी मदद करेगी। उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों में सामाजिक सौहार्द बनाए रखना और सभी नागरिकों के लिए सुविधाएं सुनिश्चित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस का आयोजन सिख धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह आयोजन धार्मिक आस्था को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ समाज में सहिष्णुता और भाईचारे का संदेश भी देता है।
राजस्थान में यह कार्यक्रम विभिन्न सिख संगठनों और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। सुरक्षा, यातायात और अन्य व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन ने पहले ही पूर्व तैयारी शुरू कर दी है। आयोजकों ने कहा कि यह समारोह ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से राज्य के लिए भी महत्वपूर्ण होगा।
इस आयोजन में सिख धर्म के अनुयायी, नागरिक और विभिन्न समुदायों के लोग भाग लेंगे, और धार्मिक झांकियां, कीर्तन और सामाजिक सभाएं आयोजित की जाएंगी। आयोजन के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की जाएगी ताकि यह कार्यक्रम शांति और अनुशासन के साथ सम्पन्न हो सके।
DACC के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यह आयोजन गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान और साहस को याद करने का अवसर होगा, जो धार्मिक स्वतंत्रता और मानव अधिकारों के प्रतीक माने जाते हैं।
राजस्थान सरकार और स्थानीय प्रशासन ने कहा कि वह सभी आवश्यक कदम उठाकर समारोह को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
