श्रीगंगानगर में शिक्षक संघ प्रशिक्षण वर्ग और दाधीच ब्राह्मण महासभा की बैठक संपन्न
शुक्रवार को शिक्षा और सामाजिक संगठनों से जुड़े कार्यक्रमों ने जिले में सक्रियता दिखाई। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण वर्ग 2025-26 दूसरे दिन भी जारी रहा, जिसमें शिक्षक समुदाय के विकास और सामूहिक लक्ष्यों को साकार करने के तरीकों पर व्यापक चर्चा हुई।
शिक्षक संघ के अधिकारियों ने बताया कि प्रशिक्षण वर्ग का उद्देश्य न केवल शिक्षकों के पेशेवर कौशल को बढ़ाना है, बल्कि उन्हें प्रशासनिक, सामाजिक और शैक्षणिक मामलों में सक्रिय और जिम्मेदार बनाना भी है। प्रशिक्षण के दूसरे दिन कार्यकर्ताओं ने विद्यार्थियों के मनोविज्ञान, कक्षा प्रबंधन, पाठ्यक्रम विकास और तकनीकी शिक्षण विधियों पर व्यावहारिक सत्रों में भाग लिया।
इस मौके पर संघ के वरिष्ठ सदस्य कार्यकर्ताओं को शिक्षा के क्षेत्र में नए नियमों, सरकारी योजनाओं और स्कूलों में बच्चों के सर्वांगीण विकास के उपायों से अवगत कराते रहे। प्रशिक्षण में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए शिक्षक कार्यकर्ताओं ने भी अनुभव साझा किए और कार्यक्रम को संवादात्मक और व्यावहारिक बनाने में योगदान दिया।
सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के क्षेत्र में भी श्रीगंगानगर सक्रिय रहा। अखिल भारतवर्षीय (दाहिमा) दाधीच ब्राह्मण महासभा की जिला इकाई की बैठक राजीव वाटिका (भारत माता चौक के पास) में आयोजित हुई। बैठक में जिले के दाधीच ब्राह्मण समाज के मुद्दों, संगठन विस्तार और आगामी सामाजिक कार्यक्रमों पर विचार विमर्श हुआ।
बैठक में रामप्रताप दाधीच को जिला अध्यक्ष के रूप में चुना गया, जबकि अन्य पदाधिकारियों का भी चयन किया गया। महासभा के प्रतिनिधियों ने कहा कि उनका उद्देश्य समाज के युवाओं को शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है। उन्होंने समाज के कल्याण और पारंपरिक मूल्यों को संरक्षित करने के लिए समय-समय पर कार्यशालाएं और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की भी योजना बनाई।
शिक्षक संघ और ब्राह्मण महासभा के कार्यक्रमों ने जिले में शिक्षा और सामाजिक संगठनों की भूमिका को उजागर किया। इन आयोजनों से न केवल संगठन सक्रिय हुए हैं, बल्कि स्थानीय समुदाय में शिक्षा, नेतृत्व और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार के प्रशिक्षण और बैठकें न केवल व्यक्तियों के विकास में मदद करती हैं, बल्कि पूरे जिले में सामूहिक सुधार और सामाजिक सहयोग को भी बढ़ावा देती हैं। श्रीगंगानगर में शुक्रवार का यह दिन शिक्षा और समाजिक संगठन दोनों के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ।
इस तरह, शिक्षक संघ के प्रशिक्षण वर्ग और दाधीच ब्राह्मण महासभा की जिला बैठक ने जिले में शिक्षा और सामाजिक संगठनों की सक्रियता को मजबूती दी और आने वाले वर्षों में उनके कार्यक्रमों के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया।
