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श्रीगंगानगर समेत पूरे राजस्थान में वूमेन सेफ्टी के लिए कालिका पेट्रोलिंग टीम ने कसी कमर, भीड़भाड़ वाले इलाकों पर होगी नजर

 
श्रीगंगानगर समेत पूरे राजस्थान में वूमेन सेफ्टी के लिए कालिका पेट्रोलिंग टीम ने कसी कमर, भीड़भाड़ वाले इलाकों पर होगी नजर 

श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क - श्रीगंगानगर से लेकर पूरे राजस्थान में महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए कालिका पेट्रोलिंग यूनिट की शुरुआत की गई। मुख्यमंत्री की बजट घोषणा 2024-25 के तहत यह पहल की गई है। श्रीगंगानगर जिले में इस यूनिट में 20 महिला कांस्टेबल और 5 हेड कांस्टेबल तैनात किए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधा पालावत ने बताया कि महिला थाना की थानाधिकारी सुमन जयपाल को इसका प्रभारी बनाया गया है। कुल 5 यूनिट बनाई गई हैं। ये यूनिट श्रीगंगानगर, सूरतगढ़, रायसिंहनगर और अनूपगढ़ में दो शिफ्टों में काम कर रही हैं। कालिका पेट्रोलिंग यूनिट स्कूल, कॉलेज, बाजार, धार्मिक स्थल, मॉल, पार्क और बसों जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में गश्त करती है। यूनिट छेड़छाड़, चेन स्नेचिंग और अन्य अपराधों को रोकने का काम करती है। किसी भी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। एएसपी ने बताया कि यूनिट महिलाओं और लड़कियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दे रही है। पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए व्हाट्सएप नंबर 87648-75809 और गरिमा हेल्पलाइन 1090 जारी की गई है। राजकॉप सिटीजन एप में नीड हेल्प और एसओएस फीचर भी उपलब्ध है।

4700 से अधिक को जागरूक किया, 34 मनचलों पर कार्रवाई
एएसपी सुधा पलावत ने बताया कि अब तक 4700 से अधिक महिलाओं और बालिकाओं को जागरूक किया जा चुका है। स्कूल-कॉलेजों के आसपास घूमने और तेज गति से वाहन चलाने वालों के खिलाफ 95 चालान किए गए हैं। 34 निरोधात्मक कार्रवाई और एक मामला दर्ज किया गया है। महिला कांस्टेबल सादे कपड़ों में स्कूल-कॉलेज बसों में घूमकर फर्जी ऑपरेशन भी चला रही हैं।

कालिका यूनिट और एंटी रोमियो टीम की सक्रियता
कालिका यूनिट और एंटी रोमियो टीम महिलाओं की सुरक्षा के लिए लगातार काम कर रही है। कालिका में तैनात प्रियंका मीना के अनुसार शिकायत मिलते ही टीम मौके पर पहुंचती है। पीड़िता से बात करने के बाद नजदीकी थाना क्षेत्र को सूचित किया जाता है।

सिविल ड्रेस में पहुंचते हैं फर्जीवाड़ा
एंटी रोमियो टीम की सदस्य निर्मला बताती हैं कि वे कालिका यूनिट के साथ बसों में फर्जीवाड़ा करती हैं। टीम सिविल ड्रेस में रहती है और महिलाओं व लड़कियों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछती है। मनचलों के खिलाफ बीएनएस 170 के तहत कार्रवाई की जाती है।

पहचान गोपनीय रखकर भी कार्रवाई की जाती है
हेड कांस्टेबल सुखदेव सिंह के अनुसार टीम पार्कों व सार्वजनिक स्थानों पर गश्त करती है। दिसंबर 2024 में गठित इन यूनिट की सदस्य पूनम बताती हैं कि वे स्कूल-कॉलेजों में जाकर जागरूकता फैलाते हैं। कुछ छात्राओं की पहचान गोपनीय रखकर कार्रवाई की जाती है।

स्कूल-कॉलेज के आसपास प्रत्यक्षदर्शी
कालिका यूनिट की सदस्य सुनीता व प्रियंका के अनुसार स्कूल-कॉलेजों में चल रहे सेमिनार में महिला सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर व सिटीजन एप की जानकारी दी जाती है। संतोष बताती हैं कि शिकायत मिलने पर टीम तुरंत मौके पर पहुंचती है। पहले तो मनचलों को समझाया जाता है, लेकिन फिर भी वे नहीं मानते तो पुलिस की मदद से उन्हें थाने भेजा जाता है।