Sriganganagar 20 करोड़ की लागत से बनेगा इस्कॉन का श्री राधा गोपीनाथ मंदिर

श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क, हनुमानगढ़ रोड पर टांटिया यूनिवर्सिटी के सामने स्थित इस्कॉन के श्री राधा गोपीनाथ मंदिर का शिलान्यास रविवार को विधिवत रूप से किया गया। मंदिर 20 करोड़ की लागत से बनेगा। शिलान्यास को लेकर सबसे पहले हवन किया गया। सभी ने विधिवत रूप से हवन में आहुतियां दी। मंदिर संचालक श्रीभगवान दास ने बताया कि शिलान्यास, हवन एवं वास्तु पूजा के मौके पर हरिनाम संकीर्तन तथा प्रवचन भी हुए।इस्कॉन राजस्थान के जोनल सुपरवाइजर पंचरत्न दास, गोवर्धन (वृंदावन) के असीता कृष्णा स्वामी तथा भूमि दानदाता डॉ. महेश माहेश्वरी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस कड़ी में विधायक जयदीप बिहाणी द्वारा 11 लाख रुपए सहयोग की घोषणा की गई। अजय गुप्ता सहित अनेक भक्तों ने भी मंदिर के लिए सहयोग का ऐलान किया। इस कड़ी में प्रवचनों में कहा कि राधा रानी भगवान की तीन शक्तियों में अंतरंगा, बहिरंगा व तटस्था अंतरंग शक्ति हैं। राधा रानी और श्रीकृष्ण में कोई अंतर नहीं है। बिना राधा रानी के कृष्ण कृपा या कृष्ण भक्ति प्राप्त नहीं हो सकती है।
गोलोकधाम वृंदावन की मालकिन हैं राधा रानी। राधा नाम स्मरण कभी निष्फल नहीं जाता। राधा भक्तों के यहां कोटि-कोटि महालक्ष्मी निवास करती हैं। जो मनुष्य भक्तिपूर्वक श्री राधा का मंत्र जप अथवा नाम स्मरण करता है, उसे धर्म, अर्थ और मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। भजन-कीर्तन चलता रहा। सेवादार वेद प्रकाश लखोटिया ने बताया कि महाप्रसाद पाने के लिए भक्तों का इस्कॉन मंदिर आने का सिलसिला जारी रहा। इस विशेष मौके पर कितने ही भक्त ईंट को अपने घर से सजा कर लाए थे, विशेष रूप से तैयार विशाल हवनकुंड में वैदिक मंत्रों के साथ यजमानों ने आहूति दी। दिल्ली से आई इस्कॉन की विशेष टीम के पुजारियों ने विधि विधान से पूजन करवाया।
भजनों की सरिता पर भक्त खूब झूमे। प्रबंध समिति के चेयरमैन बलराज मित्तल, वाइस चेयरमैन वेदप्रकाश लखोटिया, सचिव मूलचंद गेरा, कोषाध्यक्ष रमेश खदरिया, मंदिर निर्माण कमेटी के चेयरमैन संजय महिपाल, वाइस चेयरमैन अजय गुप्ता, पवन गोयल, सुशील अग्रवाल, विकास सिहाग आदि पूरी टीम मंदिर के लिए जुटी हुई है। समारोह में अंध विद्यालय के निजानंद महाराज, बिहाणी ट्रस्ट के महासचिव हिमांशु बिहानी, टांटिया यूनिवर्सिटी की चेयरपर्सन सुनीता टांटिया सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में मारवाड़ी युवा मंच के सहयोग से भोजन प्रसाद की व्यवस्था की गई। वहीं, टांटिया यूनिवर्सिटी के एनसीसी कैडेट्स ने भी सेवाएं दी।