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राजस्थान के इस जिले में टोल को लेकर आमने-सामने प्रशासन और किसान, बोले- 2025 के बाद टोल नहीं चलने देंगे

 
राजस्थान के इस जिले में टोल को लेकर आमने-सामने प्रशासन और किसान, बोले- 2025 के बाद टोल नहीं चलने देंगे

श्रीगंगानगर जिले के पदमपुर कस्बे में पदमपुर-गंगानगर मार्ग पर स्थित 18 बीबी टोल नाका को लेकर गुरुवार को स्थानीय किसानों और प्रशासन के बीच गतिरोध जारी है। आस-पास के गांवों को टोल मुक्त करने की मांग को लेकर उपखंड अधिकारी अजीत गोदारा की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में टोल एजेंसी, टोल संघर्ष समिति और पीडब्ल्यूडी विभाग के उच्च अधिकारी मौजूद रहे। 

टोल संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि 28 सितंबर 2025 को टोल वसूली अवधि समाप्त होने के बाद टोल को आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि टोल शुल्क नियमानुसार ही लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अवधि पूरी होने के बाद सड़क का व्यापक सुधार कर राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार बेहतर सुविधाओं के साथ नया टोल नाका स्थापित किया जा सकता है। किसान नेता सुखबीर सिंह फौजी, लखविंदर सिंह, रामकुमार और दिलबाग सिंह ने टोल एजेंसी और पीडब्ल्यूडी विभाग की कार्यप्रणाली पर आपत्ति जताई है। 

उनका आरोप है कि नियम-कायदों की अनदेखी की जा रही है। किसान नेताओं ने पदमपुर से जैतसर मार्ग तक निर्माणाधीन सड़क और पदमपुर-गजसिंहपुर सड़क की खस्ता हालत का मुद्दा भी उठाया। एसडीएम अजीत कुमार गोदारा ने आश्वासन दिया कि समस्या को गंभीरता से लिया गया है और विस्तृत रिपोर्ट जिला कलेक्टर को भेज दी गई है। बैठक में थाना प्रभारी सुरेन्द्र राणा, तहसीलदार दर्शन देवी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी सुखदेव सिंह और किसान प्रतिनिधि मौजूद थे।