Sriganganagar रोशनी के महापर्व दीवाली की शुरुरात धनतेरस से हुई
श्रीगंगानगर न्यूज़ ङेस्क, रोशनी के महापर्व दीपावली का पहला दीप मंगलवार को धनतेरस पर जलाया गया। जबकि, छोटी दिवाली व रूप चतुर्दशी बुधवार तथा दीपावली गुरुवार को मनाई जाएगी। त्योहारी खरीदारी के लिए बाजारों में दिनभर भीड़ रही। रात 12 बजे तक बाजार में चहल-पहल रही। इस दौरान सोने-चांदी की खूब बिक्री हुई। श्रीगंगानगर में लोगों ने रात 12 बजे तक सोने के आभूषणों के साथ ही चांदी के सिक्के, बर्तन और कार सहित बाइक की खरीदारी की। इसके अलावा 30 रजिस्ट्रेशन से 65 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। एक ही दिन में करोड़ों रुपये के सोने, चांदी, आभूषण, वाहन, बर्तन और कपड़ों की खूब खरीदारी हुई। धनतेरस के पर्व पर मंगलवार सुबह से ही बाजार में रौनक नजर आने लगी। सुबह नौ बजे से ही शहर के गोल बाजार, रविंद्र पथ, मुख्य बाजार, पब्लिक पार्क, स्टेशन रोड, गोशाला रोड आदि बाजारों में रौनक नजर आने लगी।
इन बाजारों को विशेष रूप से सजाया गया है। कहीं मेले लगे तो कहीं विशेष गेट लगाकर ग्राहकों का स्वागत किया गया। शहर के मुख्य मार्गों पर जाम लगने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि नो एंट्री के कारण गोल बाजार में चार पहिया वाहनों को प्रवेश नहीं दिया गया। ऐसे में ये चार पहिया वाहन सिविल लाइंस स्थित गोदारा कन्या महाविद्यालय के बाहर, कोतवाली थाने के पास, पब्लिक पार्क के पास पार्किंग में खड़े नजर आए। सराफा व्यापारी तरुण बंसल व अभिनव मगलानी ने बताया कि धनतेरस पर पूजा के लिए शुभ संकेत के तौर पर चांदी के सिक्के खरीदने का चलन है।
इस साल कारोबार अच्छा रहा है। कई व्यापारी ऐसे हैं, जिन्होंने एक ही दिन में 5 किलो से अधिक चांदी के सिक्के बेचे। 5 व 10 ग्राम के सिक्कों की बिक्री सबसे ज्यादा रही। चांदी के बर्तन व लक्ष्मी की मूर्तियों की भी मांग रही। शहर के व्यापारियों के अनुसार लोगों ने सोने के आभूषणों के साथ निवेश के लिए सोने के बिस्किट भी खरीदे। रियल एस्टेट: दिवाली पर गृह प्रवेश का विशेष अवसर होता है। इसलिए ज्यादातर लोगों ने फ्लैट व डुप्लेक्स पर कब्जा जमाया। हालांकि देर रात तक कुल कारोबार का आंकड़ा नहीं मिल पाया। लेकिन दिवाली का उत्साह इस सेक्टर में भी देखने को मिला। वहीं उप पंजीयक कार्यालय के अनुसार मंगलवार को 30 रजिस्ट्री हुई। इनसे करीब 65 लाख रुपए का राजस्व एकत्रित हुआ।