राजस्थान के इस जिले में बंद मकानों की रेकी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, पुलिस के हत्थे चढ़े अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्य

जिला पुलिस ने राजस्थान व पंजाब में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ में दोनों राज्यों की करीब 22 वारदातों का खुलासा हुआ है। आईपीएस गौरव यादव के अनुसार इस मामले में गिरफ्तार युवकों से पूछताछ जारी है। गिरफ्तार आरोपी कालूराम पुत्र हजारी राम, राजविन्द्र सिंह उर्फ राजू पुत्र जीवन सिंह व पिन्द्र सिंह पुत्र लखवीर सिंह का क्राइम रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि पिन्द्र सिंह के खिलाफ पांच, राजविन्द्र सिंह के खिलाफ 17 व कालूराम के खिलाफ 32 मामले दर्ज हैं।
ये सभी मामले चोरी, सेंधमारी व लूट के हैं। आरोपी विभिन्न शहरों में रेकी कर बंद मकानों को निशाना बनाते थे। आईपीएस यादव के अनुसार सूरतगढ़ वार्ड नंबर 8 निवासी सुरेन्द्र कुमार पुत्र रामकुमार बिश्नोई व अनिल कुमार पुत्र महावीर प्रसाद शर्मा ने 22 मार्च को मामला दर्ज करवाया था। इसमें बताया कि परिवादी पड़ोसी हैं और परिवार के साथ बाहर गए थे। वापस लौटे तो मकान के ताले टूटे मिले। घर की तलाशी लेने पर सामान बिखरा मिला और सोने-चांदी के जेवरात सहित नकदी गायब थी। पुलिस ने एक साथ हुई वारदातों को गंभीरता से लिया और जांच के लिए टीमें गठित की।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने अकेले सूरतगढ़ में चार वारदातें की हैं। इसके अलावा उन्होंने राजस्थान के सुजानगढ़, पिलानी, फतेहपुर, मारवाड़ जंक्शन, गोमती रोड (पाली) और श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर, बज्जू, पंजाब के चुग्गा, नई मंडी घड़साना, चूरू शहर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, नागौर, झुंझुनूं, चूरू जिले के सालासर, पाली के करोलिया और रावला में 22 घरों में वारदातें की हैं। बहरहाल पुलिस आरोपियों से आगे की पूछताछ कर जांच में जुटी है।