Sri Ganganagar के डॉ. आयुष जाखड़ का UPSC परीक्षा में 174वां रैंक, बोले - पॉलिसी मेकिंग के शौक ने बनाया IAS
श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क, यूपीएससी परीक्षा में 174वीं रैंक पर चुने गए डॉ. आयुष जाखड़ का मानना है कि डॉक्टर सिविल सेवा में बेहतरीन साबित होते हैं। बातचीत में उन्होंने कहा कि उन्हें शुरू से ही नीति निर्माण का शौक था। वे एक ऐसी नौकरी पाना चाहते थे जहां वे कुछ नया कर सकें। इसके लिए सिविल सर्विसेज सबसे अच्छा मौका है। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सिविल सर्विस की परीक्षा दी।
पहली बार मिली भारतीय रेल सेवा
उन्होंने कहा कि उन्होंने इससे पहले भी यूपीएससी के लिए प्रयास किया था। उन्हें भारतीय रेल सेवा मिली। फिलहाल रेलवे में ट्रेनिंग की अवधि पूरी कर रहे आयुष का कहना है कि इस बार उन्हें अच्छी रैंक मिली है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इससे पहले एम्स जोधपुर से एमबीबीएस किया है।
सब कुछ छोड़कर दिन में आठ से दस घंटे पढ़ाई करना
आयुष ने कहा कि उन्होंने इससे पहले भी यूपीएससी के लिए प्रयास किया था। उन्हें भारतीय रेल सेवा मिली। फिलहाल रेलवे में ट्रेनिंग की अवधि पूरी कर रहे आयुष का कहना है कि इस बार उन्हें अच्छी रैंक मिली है। आयुष इससे पहले एम्स जोधपुर से एमबीबीएस कर चुके हैं।
शुरू से होशियार रहें
डॉ। आयुष के पिता दिलीप जाखड़ सेवानिवृत्त आईपीएस हैं और मां गृहिणी हैं। आयुष के पिता दिलीप जाखड़ ने बताया कि आयुष का चयन वर्ष 2012-13 में पीएमटी में हुआ था। इसके बाद उन्होंने एम्स जोधपुर से एमबीबीएस किया। वह शुरू से ही बुद्धिमान है। वह पढ़ाई में हमेशा आगे रहते थे और खेल में भी कम नहीं। वह हर बार मैच जीतता भी रहा है। उन्होंने कहा कि परिवार का पुश्तैनी पेशा खेती था। दादाजी परिवार में वकील रह चुके हैं और दादाजी सेवानिवृत्त एएसपी हैं।
