श्रीगंगानगर की 5 साल की नन्ही स्केटर गर्विता का राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में चयन
श्रीगंगानगर की 5 साल की नन्ही स्केटर गर्विता ने अपनी खेल प्रतिभा के दम पर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। गर्विता जल्द ही महाराष्ट्र में आयोजित होने वाली 45वीं ऑल इंडिया रोलर रिले स्केटिंग प्रतियोगिता और जनवरी में गोवा में होने वाले स्केटिंग फेस्टिवल में हिस्सा लेंगी। इन दोनों प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में उनके प्रदर्शन पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टीम के चयनकर्ता भी नजर रखेंगे।
गर्विता की स्केटिंग की यात्रा काफी प्रेरणादायक रही है। मात्र पांच साल की उम्र में उन्होंने स्केटिंग की बुनियादी तकनीकों को महारत के साथ सीख लिया है। उनके प्रशिक्षक ने बताया कि गर्विता की मेहनत और लगन ही उन्हें इतनी कम उम्र में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं तक पहुंचा पाई है। उनके लिए रोजाना कई घंटे अभ्यास करना सामान्य दिनचर्या का हिस्सा है।
45वीं ऑल इंडिया रोलर रिले स्केटिंग प्रतियोगिता में देश भर के युवा स्केटरों की भागीदारी होगी। यह टूर्नामेंट गर्विता के लिए अपनी क्षमता साबित करने का सुनहरा अवसर है। इसके अलावा, जनवरी में गोवा में आयोजित होने वाला स्केटिंग फेस्टिवल भी बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यहां स्केटिंग के विभिन्न कैटेगरी में प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिल सकता है।
गर्विता की उपलब्धि न केवल उसके परिवार के लिए गर्व का कारण है, बल्कि श्रीगंगानगर जिले के लिए भी सम्मान की बात है। स्थानीय लोगों और खेल प्रेमियों ने गर्विता के प्रदर्शन की सराहना की है और उन्हें प्रतियोगिताओं में सफलता की शुभकामनाएं दी हैं। जिला खेल अधिकारी ने भी कहा कि इस उम्र में इतनी उपलब्धि हासिल करना अद्भुत है और उम्मीद है कि गर्विता भविष्य में देश का नाम रोशन करेगी।
गर्विता के परिवार का कहना है कि उन्होंने हमेशा उनकी प्रतिभा को बढ़ावा दिया और सही मार्गदर्शन के साथ उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया। माता-पिता ने बताया कि गर्विता को स्केटिंग के अलावा पढ़ाई में भी संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा दी जाती है। उनका कहना है कि खेल और शिक्षा दोनों ही जीवन में महत्वपूर्ण हैं, और गर्विता में दोनों का संतुलन देखने को मिलता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी कम उम्र में राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंटों में भाग लेना गर्विता की मानसिक मजबूती और समर्पण को दर्शाता है। वे न केवल शारीरिक क्षमता में निपुण हैं, बल्कि खेल की मानसिक तैयारी में भी काफी सक्षम हैं।
गर्विता की आगामी प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन पर पूरे जिले की निगाहें टिकी हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि वह न केवल अपने क्षेत्र का नाम रोशन करेंगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का गौरव बढ़ाएंगी। इस युवा स्केटर की मेहनत और लगन ने साबित कर दिया है कि सही दिशा, प्रशिक्षण और समर्पण के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
