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Sirohi जिले में 5 प्रमुख वेटलैंड हैं, सबसे ज्यादा प्रवासी पक्षी यहीं आते इससे इकोसिस्टम चलता रहता

 
Sirohi जिले में 5 प्रमुख वेटलैंड हैं, सबसे ज्यादा प्रवासी पक्षी यहीं आते इससे इकोसिस्टम चलता रहता

सिरोही न्यूज़ डेस्क , सिरोही/सरूपगंज | आज विश्व आद्र भूमि दिवस है, यानी वेटलैंड डे। वन क्षेत्र व वन्यजीवों को बचाने के लिए सरकार ने वेटलैंड को बचाने के लिए प्रदेश में कई जगह पर वेडलैंड घोषित कर रखे हैं। इनके सरंक्षण और पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में ये स्थान प्रमुख भूमिका निभाते हैं। जिले के बात करें तो यहां 5 प्रमुख वेटलैंड हैं, जहां पानी जमा होने और आस-पास की भूमि आद्र रहती है। प्रतिवर्ष इन आद्र भूमियों पर 3500 से अधिक विदेश पक्षी पहुंचते हैं।

वन विभाग ने इसको लेकर इस बार फोटोग्राफी प्रतियोगिता आयोजित की। इससे आमजन का भी वन्य पक्षियों से जुड़ाव हो सके। डीएफओ केपी सूले का कहना है कि वन भूमि को बचाने और वन क्षेत्र के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए वेटलैंड होना जरूरी है। इनका संरक्षण ही प्रवासी पक्षियों व वन्यजीवों को बचाता है। जिले में पश्चिमी बनास बांध, सिवेरा बांध, मोरस बांध, ओडा बांध व कालकाजी बांध प्रमुख रूप से वन क्षेत्र के वेटलैंड हैं। इनके ईर्द-गिर्द ही अरावली की पहाड़ियों में वन्यजीव रहते हैं। हर साल विदेशी पक्षी पहुंचते हैं।