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Sirohi युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, केस दर्ज कर पुलिस जाँच में जुटी

 
Sirohi युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, केस दर्ज कर पुलिस जाँच में जुटी 

सिरोही न्यूज़ डेस्क, सिरोही कोतवाली थाना क्षेत्र में एक गेस्ट हाउस में एक युवक ने फंदे से लटककर सुसाइड कर लिया। युवक गेस्ट हाउस में एक महीने से रुका हुआ था। पुरवियों का वास उम्मेद चौक जोधपुर निवासी योगेश कुमार (35) पुत्र केसरीमल कंसारा पिछले 1 महीने से गेस्ट हाउस में रूम नंबर 9 पर किराए पर रह रहा था। योगेश कुमार के कमरे के बाहर नहीं निकलने पर होटल वालों ने जब चेक किया, तो कमरा अंदर से बंद मिला। आवाज देने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो कोतवाली पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस ने गेस्ट हाउस पहुंचकर किसी तरह दरवाजा खोला, तो युवक कमरे में पंखे से रस्सी से फंदे से लटका हुआ मिला पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर सिरोही अस्पताल की मॉर्चरी में रखवाया और इस घटना की सूचना योगेश के सगे भाई गौरव को दी। कोतवाली थाने के सब इंस्पेक्टर गोपाराम ने बताया कि परिजनों के आने के बाद शनिवार सुबह शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

नाबालिग ने फांसी का फंदा लगाकर की आत्महत्या:

नाबालिग ने फांसी का फंदा लगाकर की आत्महत्या। मानसिक रुप से बीमार थी, भाई की रिपोर्ट मामला दर्ज कर पुलिस ने करवाया पोस्टमार्टम। शिवगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक नाबालिग लड़की ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना करने के बाद भाई की रिपोर्ट मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया। शिवगंज थाने के हेड कांस्टेबल लखपत सिंह ने बताया कि हम अम्बा का वास धानपुर दाऊद गुजरात निवासी अल्केश पुत्र दिनेश भाई ने बताया वह उसकी छोटी बहन के साथ राजस्थान के शिवगंज क्षेत्र के शक्ति माता मंदिर के पास में गुजरात गैस पाइप लाइन के लिए गड्ढे खोदने की मजदूरी करने के लिए आया था।

छोटी बहन जो मानसिक रुप से बीमार थी और उसका इलाज चल रहा था। वह उसे अपने साथ खाना बनाने के लिए ही रखता था। गुरुवार दोपहर बाद उसने छोटी बहन से खाना बनाने के लिए कहा था। थोड़ी देर बाद जब वह उसके टैंट में पहुंचा तो पता चला बबूल के पेड़ पर ओढ़नी से फांसी का फंदा लगाकर उसकी बहन ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने भाई शिकायत पर मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया, परिजन शव लेकर घर लौट गए। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चला है।