Sirohi न दूध मिला न पाउडर, सिर्फ योजना का नाम बदला
Sep 30, 2024, 17:05 IST
सिरोह न्यूज़ डेस्क, बालकों के कुपोषण को दूर करने को लेकर मिड डे मील योजना के तहत पूर्व सरकार ने मुयमंत्री बाल गोपाल योजना प्रारंभ की थी। इसमें सरकारी विद्यालयों में कक्षा आठवीं तक पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को प्रतिदिन दूध देने का प्रावधान है। नवशैक्षणिक सत्र शुरू हुए 3 महीने बीतने को आए, लेकिन अभी तक सरकारी विद्यालयों में योजना का दूध पाउडर नहीं पहुंचा है। इससे हर दिन लाखों छात्र-छात्राएं दूध से वंचित रह रहे हैं।अच्छे खानपान के अभाव में अधिकांश बालक कुपोषण के शिकार होते हैं। इस पर कई वर्ष पहले सरकार ने मिड डे मील योजना के तहत सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को गर्म पोषाहार देने को लेकर मिड डे मिल योजना प्रारंभ की थी। इसके अच्छे संचालन के बाद सरकार ने मुयमंत्री बाल गोपाल योजना शुरू की। इसके तहत शुरुआत के वर्षों में सरकार ने ताजा दूध उपलब्ध करवाया, लेकिन इसके बाद इसे लेकर कई तरह की दिक्कतें आने पर सरकार ने विद्यालय में दूध पाउडर उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया। इस पर पिछले कई वर्षों से विद्यालयों में पाउडर से दूध तैयार करके छात्रों को उपलब्ध करवाया जा रहा है।
सिर्फ योजना का नाम बदला
सरकार ने पूर्व योजना का नाम बदलकर अब पन्नाधाय बाल गोपाल योजना रखा है। मिड डे मील आयुक्त ने 4 सितंबर को इसके आदेश जारी किए।योजना में पहले से पांचवीं तक के छात्रों को 15 ग्राम व छठी से आठवीं तक के छात्रों को 20 ग्राम पाउडर से दूध तैयार कर देने का प्रावधान है, लेकिन सरकार के योजना तहत पाउडर उपलब्ध नहीं करवाने से लाखों बच्चे इससे वंचित है। जानकारी के अनुसार सरकार ने अंतिम बार अप्रेल महीने में पाउडर उपलब्ध करवाया था। अधिकांश विद्यालयों में वह कभी का बीत चुका है। कुछ विद्यालय में स्टॉक में है, तो वह एक्सपायरी डेट का हो चुका। इससे वह उपयोग में लेने जैसा नहीं है।