Sirohi नालों की सफाई के नाम पर मिट्टी उठाने के मामले में पालिका ने ठेकेदार कंपनी पर लगाई पेनल्टी
उजागर किया मामला
सफाई के नाम पर नालों की मिट्टी खुदाई कर बेचने का मामला उजागर किया था। सिलसिले वार खबरें प्रकाशित कर प्रमुखता से मुद्दा उठाने पर जिला कलक्टर ने मामले को गंभीरता से लेकर पालिका आयुक्त को जांच के निर्देश दिए। इस पर आयुक्त शिवपाल सिंह राजपुरोहित ने जेईएन को जांच के आदेश दिए, जिसमें कंपनी को दोषी मानते हुए पेनल्टी लगाई है। आयुक्त शिवपाल सिंह राजपुरोहित ने बताया कि मामले में जे जे कंस एंड डेवलपर कंपनी के दोषी पाए जाने पर नगर पालिका ने 97 हजार 500 रुपए की पेनल्टी लगाई है।
कचरे से अटे पड़े नाले, 15 जून से पूर्व करनी है सफाई
इधर, अब 15 जून के बाद मानसून दस्तक देने वाला है। ऐसे में वर्क ऑर्डर के अनुसार कंपनी को 15 जून से पूर्व नालों की साफ-सफाई का जिमा दिया है, लेकिन अभी तक बड़ी व छोटी ढूंडाई, आरना व देलवाड़ा सहित कहीं स्थानों पर नाले अभी भी कचरे से अटे पड़े हैं। ऐसे में अब मात्र एक सप्ताह शेष रहने के चलते नालों की पूरी तरह से साफ-सफाई करवाना चुनौती बन गया है। अगर समय रहते नालों की सफाई नहीं हुई तो बारिश के दिनों में हालात विकट हो सकते हैं। क्योंकि पूर्व में भी नालों की सफाई नहीं होने के कारण कई बार सड़कें क्षतिग्रस्त हुई थी। उधर, कार्य 50 प्रतिशत भी पूर्ण नहीं हुआ, उससे पहले ही ठेकेदार की मांग पर विकास शाखा के कार्मिकों ने 50 प्रतिशत भुगतान करने के लिए आयुक्त के समक्ष रिपोर्ट पेश कर दी। विकास शाखा द्वारा 9 लाख 20 हजार 931 रुपए रनिंग भुगतान करने के लिए रिपोर्ट पेश की। जिसे आयुक्त राजपुरोहित ने नाकारते हुए मात्र चार लाख रुपए का भुगतान किया है। लगातार शिकायतों व नालों से सफाई के नाम पर मिट्टी उठाने के मामले में ठेकेदार पर 97 हजार 500 रुपए की पेनल्टी लगाई गई है। आगे भी कार्य सही नहीं किया गया तो कार्रवाई की जाएगी। काफी कार्य हो चुका है। नालों की सफाई के फोटो भी हमको ठेकेदार ने भेजें है। ठेकेदार को ऱनिंग 10 लाख के भुगतान के लिए हमने फाइल अकाउंट में भेज दी है। कितना भुगतान हुआ यह हमें जानकारी नहीं है। लेकिन सभी नालों को क्लीन करना होगा।