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Sirohi कई बुजुर्ग हो सकते हैं घर से वोटिंग की सुविधा से वंचित, जानें क्यों

 
Sirohi कई बुजुर्ग हो सकते हैं घर से वोटिंग की सुविधा से वंचित, जानें क्यों

सिरोही न्यूज़ डेस्क, सिरोही चुनाव आयोग की ओर से मतदान केंद्र तक आने में असमर्थ बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं के लिए शुरू की गई होम वोटिंग की सुविधा के साथ ही इस बार के लोकसभा चुनाव में बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं के शतप्रतिशत मतदान पर जोर दिया जा रहा है। जबकि कई बुजुर्ग मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा नहीं मिलने से वे मतदान से वंचित हो सकते हैं। चुनाव आयोग की ओर से विधानसभा चुनावों में 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा प्रदान की गई थी, जबकि अब लोकसभा चुनाव में यह सुविधा 85 वर्ष या इससे अधिक आयु वालों को ही प्रदान की गई है, इससे निर्धारित से कम आयु के चलने फिरने में असमर्थ कई बुजुर्ग मतदाता अपने मताधिकार से वंचित होंगे। वहीं कुछ अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं को भी होम वोटिंग की सुविधा से इनकार किया जा रहा है। उनके परिजनों की मानें तो कुछ 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं को भी होम वोटिंग की स्वीकृति नहीं मिल पा रही है। ऐसे में उनके भी मतदान से वंचित रहने की आशंका है। परिजनों का आरोप है कि बीएलओ आगे से स्वीकृति नहीं मिलने की बात कहते हुए मतदान केन्द्र जाकर वोट देने की बात कह रहे हैं।

इनके लिए होम वोटिंग की सुविधा - तहसील कार्यालय की चुनाव शाखा के अनुसार होम वोटिंग के लिए 85 वर्ष से अधिक आयु व 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग, जो मतदान केंद्र तक आने में असमर्थ हो व घर से ही मतदान करने के इच्छुक हो, उनकी सूची बीएलओ के माध्यम से तैयार कर भेजी जाती है। जिसके बाद होम वोटिंग के लिए टीम मतदाता के घर पर आकर मतदान करवाती है।  होम वोटिंग के लिए 118 मतदाताओं की सूची तैयार - गत विधानसभा चुनाव में होम वोटिंग के लिए आयु सीमा 80 वर्ष रखी गई थी। अब लोकसभा चुनाव में बढ़ाकर 85 वर्ष की गई है। बावजूद विधानसभा चुनाव से इस बार संख्या 6 गुना बढ़ गई है।गत विधानसभा चुनाव में 20 मतदाताओं ने होम वोटिंग की थी, जबकि इस बार यह संख्या 118 तक पहुंच गई है। कार्यालय से 27 मार्च तक यह सूची भेजी गई थी। होम वोटिंग के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 2 अप्रेल तक थी।