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Sirohi सर्दी बढ़ने के साथ ही स्थानीय खाद से तैयार हरी सब्जियां लोकप्रिय होने लगीं

 
Sirohi सर्दी बढ़ने के साथ ही स्थानीय खाद से तैयार हरी सब्जियां लोकप्रिय होने लगीं
सिरोही न्यूज़ डेस्क, सिरोही सर्दी शुरू होते ही लोग शुद्ध व पौष्टिक आहार लेना पसंद करते हैं। उसमें भी ताजा व हरी सब्जियों को तवज्जो दिया जाता रहा है। मंडार उप तहसील के माली जाति बाहुल्य के सोनेला व मालीपुरा गांव जिले भर में सब्जी उत्पादन में अग्रणी माने जाते हैं। यहां की भूमि सब्जियों के अनुकूल, मौसम तथा जलस्तर बढ़िया होने से लोग देसी खाद डाल कर हरी सब्जियों की पैदावार करते आ रहे हैं। इन दिनों अपने कुएं पर मैथी, मूली, गाजर, सीलन की भाजी, सुआ पालक, कांटे वाले बैंगन, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, फूलगोभी, मटर, दूधी, हरी मिर्च, हरे प्याज, टमाटर समेत सभी सब्जियों की बपर पैदवार हो रही है। नवंबर का दूसरा पखवाड़ा शुरू होते ही कस्बे में ताजी सब्जियों की आवक बढ़ जाती है। खास बात है कि ये लोग परंपरागत अपने खेती में कुछ भाग में सब्जियों बुवाई करते हैं। सब्जियों में गाय के गोबर का ही उपयोग करते हैं। इससे ये शुद्ध, ताजी होने के साथ पौष्टिक मानी जाती है। इस कारण ऐसी सब्जियों की मांग अधिक रहती है।

ओडे वाली सब्जियां आ रही पसंद...

माली समाज के लोग सब्जियां मंडी में भरवाने के साथ परंपरा निभाते हुए अपने खेतों में हरी व ताजी सब्जियां अल सुबह सब्जियों को तोड़ कर बांस की टोकरी में डालकर मंडार बाजार में बेचने पहुंचते हैं। जिसे लोग ओडे वाली सब्जियां कहते हैं। यह महिलाएं दोपहर बजे बाद अपने घर का काम काज निपटा कर पहुंचती है।लोग भी ऐसी ताजी सब्जियों को लेने के लिए पहले से ही तैयार रहते हैं। मात्र डेढ़ दो घंटे में ओडे में भरी सब्जियां बिक जाती है। इससे मिलने वाले वाम से परिवार का पालन पोषण करती है। यह महिलाएं सदियों से परपरागत पीढ़ी दर पीढ़ी सब्जियां बेचने आती है।