होली का त्योहार 13 फरवरी से शुरू, डंडा रोपण के साथ शुभ कार्यों पर लगेगी रोक
सिरोही न्यूज़ डेस्क,होली का पर्व हर्षोल्लास से मनाने के लिए परंपरागत रुप से होलिका दहन से एक माह पूर्व डंडा रोपण किया जाता है तथा डंडा रोपण के साथ शुभ कार्यों पर रोक शुरू हो जाती है।ज्योतिष एवं वास्तुविद आचार्य प्रदीप दवे ने बताया कि फाल्गुन कृष्ण एकम् गुरुवार दिनांक 13-02-2025 को शुभ मुहूर्त में होली का डंडा रोपण हो जाएगा तथा डंडा रोपण के साथ लौकिक मान्यता अनुसार समस्त शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है।
डंडा रोपण के साथ ही लोग होली की तैयारियों में जुट जाते हैं। नवजात शिशु वाले परिवारों की ढूंढ की जाती है और नवविवाहित जोड़े होली माता को धोक देते हैं। बच्चे गोबर से होलकियां बनाने और जलावन इकट्ठा करने में व्यस्त हो जाते हैं। यह उत्सव 13 फरवरी से 13 मार्च 2025 तक मनाया जाएगा।
रबी की फसल पकने की खुशी में मनाए जाने वाले इस त्योहार की विशेषता है कि बच्चे गोबर के छोटे-छोटे उपले बनाकर उनमें छेद करते हैं और धूप में सुखाते हैं। होलिका दहन से पहले इन उपलों में डोरी डालकर माला बनाई जाती है, जिसे स्थानीय भाषा में 'होलकियों की माला' कहा जाता है।इस अवसर पर पुरुष चौपाल पर इकट्ठे होकर गेर नृत्य करते हैं और चंग पर फाग गाते हैं। महिलाएं भी एकत्रित होकर होली माता और शीतला माता के गीत गाती हैं तथा अगता पालती हैं। बाहर शहरों में काम करने वाले लोग भी इस दौरान अपने गांव लौटकर त्योहार का आनंद लेते हैं।
