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राजस्थान के इस जिले में उठी दूध के दाम बढ़ाने की मांग, दर्द बयां करते हुए पशुपालक बोले 'महंगा चारा और रखरखाव...'

 
राजस्थान के इस जिले में उठी दूध के दाम बढ़ाने की मांग, दर्द बयां करते हुए पशुपालक बोले 'महंगा चारा और रखरखाव...'

कर्नाटक राज्य में पशुपालकों की मांग पर राज्य सरकार ने 1 अप्रैल से दूध के दाम 4 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने की घोषणा की है। राजस्थान समेत कई राज्यों में पशुपालक लंबे समय से दूध के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। लोकल-18 ने पशुपालकों से दूध के दाम को लेकर राय जानी। जिले के खरदत गांव स्थित बनास डेयरी के दुग्ध संग्रहण केंद्र पर आए पशुपालकों ने अपनी राय रखी। केंद्र संचालक व पशुपालक अशोक चौधरी ने बताया कि सिरोही जिला गुजरात से सटा होने के कारण यहां सरस डेयरी की जगह गुजरात की बनास डेयरी का दुग्ध संग्रहण केंद्र है। खरदत गांव में यह केंद्र खुलने से पशुपालकों को दूध के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। पशुपालकों को यहां दूध के सही दाम मिलने से अच्छा मुनाफा हो रहा है। वर्तमान में पशुपालकों को फैट के हिसाब से 32 रुपए से लेकर 100 रुपए तक दूध के दाम दिए जा रहे हैं। कम से कम 3 फैट या इससे अधिक वाला दूध यहां एकत्रित कर गुजरात बनास डेयरी को भेजा जाता है।

उत्पादन बढ़ने से पशुपालकों की आय में होगी बढ़ोतरी
अगर सरकार कर्नाटक की तर्ज पर दूध के दाम बढ़ाती है तो केंद्र पर दूध संग्रहण बढ़ेगा और पशुपालकों को उनके उत्पादन का सही दाम मिलेगा। सरस डेयरी की बात करें तो सरस टोंड (ब्लू) 52 रुपए, स्टैंडर्ड (ग्रीन) 58 रुपए, गोल्ड 66 रुपए और डीटीएम 44 रुपए प्रति लीटर दूध है।

पशुपालकों को खर्च निकालने में भी हो रही परेशानी
दुग्ध उत्पादक, पशुपालक और गांव निवासी देवाराम देवासी ने बताया कि जिले में बनास डेयरी के अधिकांश संग्रहण केंद्र हैं। सरस डेयरी में आखिरी बार अगस्त 2024 में दाम बढ़ाए गए थे। लंबे समय से दूध के दाम नहीं बढ़ने से पशुपालकों को महंगाई के हिसाब से इस दर पर दूध देकर खर्च निकालने में परेशानी हो रही है। पशुपालक रामाराम गरासिया ने बताया कि उनके पास 3 भैंस और 2 गाय हैं। इससे मिलने वाले दूध को वे बनास डेयरी के दुग्ध संग्रहण केंद्र पर देते हैं। इससे जो राशि मिलती है, उससे वह पशुओं के चारे व अन्य खर्च चलाते हैं।