Sirohi 9 तारीख से चैत्र नवरात्रि शुरू, इस बार अमृत योग का संयोग
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सिरोही न्यूज़ डेस्क, सनातन धर्म में नवरात्र का पर्व बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस बार चैत्र नवरात्र पर कई अद्भुत संयोग बन रहे हैं। इस वर्ष चैत्र नवरात्र की शुरुआत 9 अप्रेल से हो रही है। इसका समापन 17 अप्रेल को होगा। महापर्व के पहले दिन अभिजीत मुहूर्त के साथ सर्वार्थ सिद्धि और अमृत योग का शुभ संयोग बन रहा है। इस योग में पूजा-आराधना करने से सभी समस्याओं का निदान होगा। नवरात्रि में विधि-विधान के साथ मां दुर्गा की आराधना एवं उपासना करने से सभी मनोवांछित फल प्राप्त होते है और सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। मान्यताओं के अनुसार मां दुर्गा की पूजा करने के लिए नौ दिनों तक कठिन उपवास और आराधना करते है।
घट स्थापना का का मुहूर्त
आचार्य महिपाल दवे के अनुसार घट स्थापना का मुहूर्त प्रात: 7.35 बजे के बाद पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धियोग और अमृत सिद्धियोग रहेगा। इसी के साथ अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.03 बजे से 12.54 बजे तक रहेगा। वहीं चैत्र नवरात्र में जो कोई अपने घर के बाहर आशुपाले का तोरण एवं आम के पत्ते का तोरण बांधता है, तो उस घर में मां दुर्गा का आगमन होता है।
माता की अराधना के लिए व्रत-उपवास
आचार्य दवे ने बताया कि माता के भक्त नौ दिन का उपवास रखकर अलग-अलग स्वरूपों की आराधना करते हैं। उन्होंने बताया कि नवरात्र की नौ तिथियां ऐसी होती हैं, जिसमें बिना मुहूर्त देखे कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। धार्मिक शास्त्रों में कुल चार नवरात्र का वर्णन है। चैत्र और शारदीय नवरात्र के अलावा दो गुप्त नवरात्रि भी होती है। इस दौरान माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है।
चैत्र नवरात्रि के नियम
नवरात्रि के दौरान जो भक्त नौ दिन तक उपवास रखते है, दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं एवं घर में कलश स्थापन करते है और नौ दिन तक साधना करते हैं, उनको नवरात्र पूर्ण होने तक नवरात्रि के नियमों का पालन करना अनिवार्य है। 9वें दिन कन्याओं की विशेष पूजा होती है, क्योंकि कन्या देवी स्वरूपा होती है।