Sikar प्रदेश के 300 महात्मा गांधी स्कूलों में खुली रोबोटिक लैब, बढ़ेगी जानकारी
सीकर न्यूज़ डेस्क, सीकर महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए राहतभरी खबर है। विद्यार्थियों को गणित, विज्ञान व कम्प्यूटर जैसे विषयों में खेल-खेल में पढ़ाई कराकर आगे लाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश के 300 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में रोबोटिक लैब तैयार कराई है। 99 तरह के उपकरणों से रोबोट, अत्याधुनिक उपकरण, मशीनरी बनाना सीखेंगे। उन्हें रोबोट सहित अन्य उपकरणों व मशीनों के एक-एक पार्ट्स स्वयं खोलने व फिर जोड़ने होंगे। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने लगभग 18.42 करोड़ रुपए की लागत ये लैब तैयार करवाई है। सीकर जिले के 20 महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में यह मॉडल लागू किया गया है। एक लैब पर लगभग 6.14 लाख रुपए का खर्चा हुआ है।
प्रदेश के 300 महात्मा गांधी स्कूल में तैयार हो रही रोबोटिक लैब में 99 प्रकार के रोबोटिक उपकरण इंस्टॉल किए जाएंगे। इन उपकरणों में रोबोटिक कार, स्मार्ट डिवाइस स्टेम किट, रोबोटिक किट, होम ऑटोमेटिक किट, मेटल डिटेक्टर किट, लाइफ साइंस वॉइस कंट्रोल्ड रोबोटिक किट, प्रोजेक्टर स्टेम किट, टेलीस्कोप, प्रिंटिंग प्रेस स्टेम किट, आरड्यूनो कोडिंग स्टेम किट, मल्टीफंक्शनल रोबोटिक किट, ड्रोन, थ्री डी प्रिंटर, कलर रिकॅगनीशन सेंसर, आर्मी टैंक जैसे कई अन्य रोबोटिक किट शामिल हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि हर साल इन उपकरणों का रख-रखाव करने के साथ ही नई तकनीकी के अन्य उपकरण मॉडल भी भेजे जाएंगे, जिससे कि हर वर्ष बच्चों को नई तकनीकी से रूबरू हो सकेंगे।
साइंस, मैथ्स व कंप्यूटर शिक्षकों को प्रशिक्षण
रोबोटिक लैब्स के लिए प्रदेश के सभी 300 स्कूलों के विज्ञान व गणित के एक-एक अध्यापक और एक-एक कंप्यूटर शिक्षक को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को रोबोटिक प्रयोगशाला में रोबोट, विभिन्न उपकरण, मशीनरी व अन्य चीजें जोड़ने व बनाने की कला के गुर बताएंगे। ट्रेनिंग देने वाले कंपनी के एक्सपर्ट बैंगलूरू व जयपुर से आएंगे। प्रशिक्षण 21 और 22 सितंबर फतेहपुर रोड स्थित सेठ राधाकृष्ण मारू सी सै स्कूल में होगा। समग्र शिक्षा अभियान सीकर के कार्यक्रम अधिकारी रामसिंह शेखावत व एपीसी रामेश्वर बिजारणियां ने बताया कि कंपनी की ओर से लैब कंपनी की ओर से इंस्ट//ाल की जाएगी। आधुनिक लैब के जरिए विद्यार्थियों को काफी फायदा मिलेगा। कक्षा 4 से 12वीं तक के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कंपनी के रोबोटिक टेक्नीशियन दो साल तक महीने में एक-एक दिन प्रत्येक स्कूल में विजिट करेंगे और यहां पर किसी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी होने पर उस उसका सॉल्यूशन व ऑपरेट करने के लिए संबंधित शिक्षकों को सुझाव व तकनीकी प्रशिक्षण देंगे। सीकर जिले में पिपराली ब्लॉक में सात, दांतारामगढ़ में चार, धोद में दो, खंडेला में तीन, लक्ष्मणगढ़ में एक, नीमकाथाना में एक, श्रीमाधोपुर में दो स्कूलों में रोबोटिक लैब तैयार हुई है।