Sikar डीलरों की हड़ताल के कारण नहीं हुआ राशन वितरण

हालांकि ऑटो टिपर चालकों के हड़ताल में शामिल नहीं होने से नगर परिषद अधिकारियों को कुछ राहत मिली। ऑटो टिपर से घरों का कचरा उठवाया गया। कई जगहों पर कचरा उठाने के लिए जेसीबी व ट्रेक्टरों का इस्तेमाल किया। नगर परिषद के कार्मिक भी सफाई व्यवस्था संभाले हुए है।
जानकारी के अनुसार तीन दिनों से करीब 50 टन से अधिक कचरा पूरे शहर पर पड़ा हुआ है। वहीं अखिल भारतीय श्री वाल्मीकि नवयुवक संघ के बैनर तले सफाई कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहा। कर्मचारी सफाई कर्मी भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने सहित अन्य मांगों पर कार्य बहिष्कार पर हैं। नगर परिषद के अधिकारी व सभापति भी सफाई कर्मचारियों से लगातार वार्ता कर रहे हैं। ताकि हड़ताल को जल्द से जल्द खत्म किया जा सके। सीकर नगर परिषद सभापति जीवण खां ने गुरुवार को नगर परिषद अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ बरसात के दौरान शहर का दौरा कर शहर में पानी भराव एवं कचरा की समस्याओं का जायजा लिया। सीकर की बजाज रोड पर सभापति जीवण खां ने अपने कर्मचारियों के साथ कचरे को साफ किया। उन्होंने आम जनता से अपील की है की अपने घर का कचरा, बाहर नहीं डालें, कचरा पात्र में रखें और जब भी कचरा गाड़ी आती है उसमें डालें।
इसी तरह शहर के दुकानदारों से भी उन्होंने अपील की है कि आप भी अपना कचरा दुकान के बाहर रोड पर ना डालें। जब भी गाड़ी आती है उसमें डालें, क्योंकि अभी सफाई कर्मी पूरे राजस्थान में हड़ताल पर चल रहे हैं। जिले के 925 राशन डीलर्स के हड़ताल पर चले जाने से गुरुवार को राशन का वितरण नही हो सका। डीलर्स को एक अगस्त से खाद्य सुरक्षा के उपभोक्ताओं को राशन का वितरण करना था। लेकिन डीलर्स राजस्थान राज्य राशन विक्रेता संघर्ष समिति सीकर के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए हैं । डीलर्स की मांग है कि उन्हें हर महीने 30 हजार रुपए का मानदेय दिया जाए। साथ ही दो प्रतिशत छीजत देने की मांग भी कर रहे हैं। राशन विक्रेता संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष माणक चंद ढाका ने बताया कि जिले के सभी ब्लॉक के राशन डीलर्स हड़ताल में शामिल है। इसका असर यह है कि पूरे जिले में गुरूवार को कहीं पर भी राशन का वितरण नही किया गया। उपभोक्ता राशन की दुकान पर चक्कर लगाते रहे। ढाका के मुताबिक राशन विक्रेताओं को प्रतिमाह 30 हजार रुपए देने की मांग की है।