Sikar जिले में पोस्टमैन की बेटी का आरजेएस में चयन
सीकर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान जूडिशियल सर्विस (RJS) भर्ती परीक्षा-2024 में सफलता पाने वालों की राहें आसान नहीं थीं। अभ्यर्थियों की कड़ी मेहनत और परिवार वालों के सहयोग ने इनका जज बनने का सपना पूरा किया है। घर-घर जाकर दूध बेचने वाले किसान की बेटी श्वेता ने ओबीसी (नॉन क्रीमीलेयर) कैटेगरी में 159.5 अंकों के साथ ऑल राजस्थान में 113वीं रैंक हासिल की है।
सीकर के नवलगढ़ रोड निवासी ममता कुमारी के पति नरेंद्र सिंह आर्मी में राइफलमैन हैं। उन्होंने आरजेएस एग्जाम में 155वीं रैंक हासिल की है। बाड़मेर के अभिनंदन जैन ने 29वीं रैंक हासिल की है। वह आईपीएस अफसर के बेटे हैं। डीडवाना के सेवा गांव की निवासी पूनम राठौर (26) ने 45वीं रैंक हासिल की है। उनके पिता शिशुपाल सिंह पोस्टमैन हैं।
चूरू की रहने वाली डॉ. परमा चौधरी 187 नंबर पाकर प्रदेश में तीसरे स्थान पर रहीं। परमा ने कहा- 3 साल का बेटा रोने लगता था तो बड़ा बेटा उसे संभालता था। बड़े को मालूम था कि मां पढ़ रही है। अगर डिस्टर्ब होगी तो जो सपना मां-पिता ने देखा है, वह पूरा नहीं हो पाएगा। 7 साल के बेटे को मैं अपनी इस सफलता का श्रेय देती हूं। परमा के पति डॉ. सुमित लांबा मैग्सिलो फेशियल सर्जन हैं। (पूरी खबर पढ़ें)
कारोबारी की प्रेग्नेंट पत्नी ने 13-13 घंटे पढ़ाई कर RJS में 46वीं रैंक लेकर आई हैं। किसी वकील की बेटी जज बनी तो एक न्यायिक मजिस्ट्रेट की पत्नी ने RJS परीक्षा में सफलता पाई है।