महंगी कारों और लग्जरी लाइफ जीने के शोक ने युवक को बनाया बदमाश, ठगे 97 लाख रुपए, जानें मामला
सीकर न्यूज़ डेस्क, उद्योग नगर थाना पुलिस ने एमबीबीएस में एडमिशन दिलवाने के नाम पर 97 लाख की ठगी करने के आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी सीकर, चूरू और झुंझुनूं में कई परिवारों से ठगी कर चुका है। आरोपी केवल 12वीं क्लास तक पढ़ा लिखा है। चूरू में किराए के मकान में रहकर फरारी काट रहा था। पुलिस आरोपी से अन्य वारदातों व फर्जीवाड़े को लेकर पूछताछ कर रही है। उद्योग नगर थाना पुलिस के अनुसार 25 जनवरी 2024 को नानूराम पुत्र सूरजमल जाट चिथवाड़ी, सामोद हाल पिपराली रोड ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि फरवरी 2023 में उनके परिचित के माध्यम से उनकी मुलाकात प्रमोद उर्फ रोहित सोनी निवासी चूरू से हुई। जिसने नानूराम को कहा कि उदयपुर में उसका गीतांजलि मेडिकल कॉलेज है, जहां वे
बच्चों को एमबीबीएस का कोर्स करवाते हैं।
नानूराम ने अपने बेटे व बेटी के एडमिशन के लिए बातचीत की तो आरोपी ने कहा कि एक का एडमिशन करवाने के 80 लाख और दो का एक साथ करवाने पर एक करोड रुपए लगेंगे। ऐसे में नानूराम ने पर्सनल और प्रॉपर्टी लोन लेकर नकद व ऑनलाइन अकाउंट के जरिए 97 लाख रुपए प्रमोद को दे दिए। आरोपी ने पैसे भी वापस नहीं लौटाए और ना ही एडमिशन करवाया।
आरोपी चूरू में किराए के मकान में रहकर काट रहा था फरारी
आरोपी प्रमोद उर्फ रोहित सोनी घटना के बाद से ही फरार था। इसके बाद पुलिस ने तकनीकी व मुखबिरों के जरिए आरोपी प्रमोद सोनी उर्फ रोहित सोनी (27) पुत्र रघुवीर सोनी निवासी जोडी पट्टा, भालेरी चूरू को चूरू शहर में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी वहां किराए के कमरे में रह रहा था।
महंगी गाड़ियों का शौकीन 12वीं पास ऐसे फंसाता
आरोपी पहले भी कई लोगों के साथ सरकारी नौकरी लगवाने, एमबीबीएस एडमिशन दिलवाने और सट्टे में पैसा लगाकर डबल करने जैसी कई ठगी कर चुका है। इसके खिलाफ सीकर के कोतवाली, रतनगढ़, पुलिस थाना कोतवाली, चूरू सहित अन्य कई थानों में ठगी के मामलों में वह वांछित चल रहा था। आरोपी महंगी-महंगी गाड़ियां किराए पर लेता और उनसे ही पीड़ित लोगों से मिलने जाता है।
ठगी के पैसों से करता था अय्याशी
ऐसे में कोई भी इसके झांसे में आ जाता। ठगी के बाद यह पैसों से अय्याशी करता और सट्टा खेलता था। आरोपी की गिरफ्तारी में उद्योग नगर थानाधिकारी सुरेंद्रसिंह देगड़ा, सब इंस्पेक्टर रमेशचंद्र मीणा, एएसआई बीरबलसिंह, हेड कांस्टेबल संतकुमार के अलावा पुलिस थाने के कांस्टेबल मामराज और विकास की अहम भूमिका रही।