खाटूश्यामजी को मिलेगा आधुनिक स्वरूप, 88 करोड़ की लागत से बनेगी रिंग रोड, विकास कार्यों को मिलेगी गति
प्रसिद्ध धार्मिक स्थल खाटूश्यामजी में पर्यटन और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। खाटूश्यामजी में 88 करोड़ रुपए की लागत से रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्र में कई विकास परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई है। सोमवार को आयोजित समीक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक में धरोहर संरक्षण एवं प्राचीन पुरातत्व प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत विशेष रूप से शामिल हुए और प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा की।
तीर्थ यात्रियों को मिलेगा राहत
रिंग रोड बनने से खाटूश्यामजी में बढ़ते यातायात दबाव को कम करने में बड़ी राहत मिलेगी। हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं, जिससे मुख्य मार्गों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। नई रिंग रोड से वाहनों का सुचारू आवागमन सुनिश्चित होगा और श्रद्धालुओं को भी सुविधा मिलेगी।
खाटूश्यामजी विकास को मिलेगी नई दिशा
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि धार्मिक महत्व वाले इस स्थल को विश्वस्तरीय सुविधाओं से जोड़ा जाएगा। बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, सौंदर्यीकरण कार्य, पार्किंग क्षेत्र का विस्तार, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था के सुधार जैसे कई प्रोजेक्ट प्राथमिकता में रखे गए हैं।
अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत ने कहा कि खाटूश्यामजी राजस्थान ही नहीं पूरे देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में शामिल है। ऐसे में यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर व्यवस्थाएं मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को तय समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
धरोहर संरक्षण पर विशेष जोर
खाटूश्यामजी की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने के लिए भी योजनाएं तैयार की जा रही हैं। मंदिर क्षेत्र और आसपास के पुरातात्विक महत्व के स्थलों को संरक्षित करते हुए विकास कार्य किए जाएंगे, ताकि धार्मिक आस्था के साथ-साथ विरासत की पहचान भी कायम रहे।
स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढ़ावा
विकास कार्यों के बढ़ने से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। होटल, परिवहन और व्यापार से जुड़े क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
