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Khatu Shyam Mela 2025: खाटूश्यामजी के मेले में अब AI भक्तों को पहुंचाएगा श्याम दरबार, जाने इस बार क्या कुछ रहेगा खास

 
Khatu Shyam Mela 2025: खाटूश्यामजी के मेले में अब AI भक्तों को पहुंचाएगा श्याम दरबार, जाने इस बार क्या कुछ रहेगा खास 

सीकर न्यूज़ डेस्क, महाकुंभ के उल्लास के बाद अब बाबा श्याम की नगरी में आस्था का सैलाब उमेड़गा। बाबा श्याम के फाल्गुनी मेले में इस बार 50 लाख से अधिक भक्तों के आने की संभावना है। महाकुंभ के चलते अभी से भक्तों का आना शुरू भी हो गया है। कुंभ की तर्ज पर प्रशासन की ओर से मेले का गूगल रूट तैयार किया जाएगा। गूगल रूट के क्यूआर कोड को सोशल मीडिया के साथ विभिन्न स्थानों पर चस्पा किया जाएगा, जिससे भक्तों को आवागमन में किसी तरह की परेशानी नहीं हो। इसके लिए एआइ की मदद भी ली जाएगी। मेले के नजदीक आने पर प्रशासन और मंदिर कमेटी ने तैयारी शुरू कर दी है। खाटूश्यामजी में जिला प्रशासन की कलक्टर और एसपी की मौजूदगी में बुधवार को मैराथन बैठक हुई। इसमें भक्तों को परशानी से बचाने के लिए सुविधाओं का खाका खींचा गया। इस साल मेले में आने वाले भक्तों को कई नवाचार के बीच बाबा श्याम के दर्शनों का मेला रहेगा। मेले में वीआईपी दर्शनों की व्यवस्था पूरी तरह बंद रहेगी।

ई-रिक्शा से पहुंचेंगे श्रद्धालु

श्याम मेले में वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा। इसके लिए प्रशासन की ओर से श्याम नगरी के चारों जोन में अलग-अलग पार्किंग स्टैण्ड बनाए जाएंगे। इन पार्किंग जोन की दूरी पांच से दस किलोमीटर रहेगी। यहां से कुम्भ मेले की तर्ज पर भक्तों को बसों के जरिए 52 बीघा पार्किंग में लाया जाएगा। यहां से भक्त पंजीकृत ई-रिक्शा के जरिए मेला परिसर में पहुंचेंगे।
12 दिन का होगा मेला

पिछले साल मेले में आए भक्त: 30 लाख अधिक
रोजगार मिलेगा: 30 हजार से अधिक लोगों को
मेले में भंडारे लगेंगे: 150 से अधिक स्थानों पर
पिछले साल मेला कितने दिन: 11
कब से भरेगा मेला: 28 फरवरी
मेले में जाब्ता लगेगा: 1500 से अधिक
इस साल मेले में भक्तों के आने की उम्मीद: 50 लाख से अधिक

मेले में भक्तों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। मेले में कई नवाचार भी देखने को मिलेंगे।भक्तों को सुगम आवागमन के साथ दर्शन कराने पर पूरा फोकस है। इसके हिसाब से मेले का प्लान तैयार किया है।

यह जानना भी जरूरी…

छोटे-बड़े डीजे पर मेला परिसर में पूरी तरह पाबंदी रहेगी।
ढोल नगाड़ों को तोरण द्वार से आगे प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
निशानों की ऊंचाई 8 फीट रखने और उन पर रेडियम लगाने होंगे।
कांच की शीशी और कांटेदार फूल बेचने वालों पर कार्रवाई भी प्रशासन करेगा।
मेले में वीआईपी दर्शनों की व्यवस्था पूरी तरह बंद रहेगी।