इस दिन से शादी-ब्याह और मांगलिक कार्यक्रमों पर लग जाएगा पूर्ण विराम, एक क्लिक में जानिए 2025 के सभी विवाह मुहूर्त
सीकर न्यूज़ डेस्क - कुछ समय के लिए विवाह और अन्य शुभ कार्यों पर रोक लगने जा रही है। दरअसल, 7 मार्च से होलाष्टक शुरू होने जा रहा है। इसके चलते विवाह और अन्य शुभ कार्य नहीं होंगे। यह होलाष्टक 13 मार्च को समाप्त होगा। इसी दिन होलिका दहन भी होगा। मतलब बुराई की हार के दिन से विवाह और शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे। इसके बाद 14 मार्च को फिर से मलमास शुरू हो जाएगा। इस दौरान भी फिर से शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। इसके बाद 13 अप्रैल को फिर से यह खत्म हो जाएगा और 14 अप्रैल के बाद ही विवाह और अन्य धार्मिक आयोजन हो सकेंगे।
बढ़ता है नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढन ने लोकल 18 को बताया कि इस साल फरवरी से दिसंबर तक कुल 42 विवाह मुहूर्त हैं। होलाष्टक फाल्गुन शुक्ल पक्ष की अष्टमी से शुरू होता है। यह फाल्गुन पूर्णिमा यानी होलिका दहन तक रहता है। इस दौरान विवाह, मुंडन, नामकरण, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। इस दौरान सभी ग्रह उग्र अवस्था में होते हैं। नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है। इसलिए शुभ कार्य वर्जित होते हैं।
विवाह के लिए ये रहेंगे शुभ मुहूर्त
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने लोकल 18 को बताया कि फरवरी में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 18, 20, 21, 25 फरवरी और 5, 6 मार्च ही हैं। 7 मार्च से होलाष्टक दोष और मीन मलमास शुरू हो जाएगा। इसके बाद 14 अप्रैल से विवाह के मुहूर्त शुरू हो जाएंगे। अप्रैल में 14, 16, 18, 19, 20, 25, 29, 30 तारीखों को विवाह होंगे। मई में शुभ मुहूर्त 5, 6, 7, 8, 13, 17, 28 मई हैं। जून में 1, 2, 4, 7, 8, 9, 10 जून को विवाह होंगे। गुरु अस्त होने के कारण 11 जून से विवाह नहीं होंगे।
इस तिथि से शुरू होगा देव शयन दोष
देव शयन दोष 6 जुलाई से शुरू होगा। इसके चलते 22 नवंबर से फिर विवाह मुहूर्त शुरू होंगे। 22, 23, 25, 30 नवंबर को विवाह होंगे। जबकि, 4 और 11 दिसंबर को शुभ मुहूर्त रहेंगे। इसके अलावा 30 अप्रैल अक्षय तृतीया, 5 मई जानकी नवमी, 12 मई पीपल पूर्णिमा, 5 जून गंगा दशमी, 4 जुलाई भड़ली नवमी, 6 जुलाई देवउठनी एकादशी और 2 नवंबर को अबूझ मुहूर्त के चलते विवाह होंगे।
