सीकर रेलवे स्टेशन पर कर्मचारियों का उग्र प्रदर्शन, बोले- मांगें पूरी नहीं हुई तो ठप कर देंगे काम

सीकर न्यूज़ डेस्क - एनएफआईआर (नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमैन) के आह्वान पर उत्तर-पश्चिम रेलवे मजदूर संघ सीकर ने अपनी मांगों को लेकर सीकर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया। रेलवे कर्मचारियों ने रेलवे स्टेशन पर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुर्दाबाद के नारे लगाए। उत्तर-पश्चिम रेलवे मजदूर संघ सीकर शाखा के अध्यक्ष प्रमोद डांगी ने बताया कि रेलवे कर्मचारियों-मजदूरों की कई मांगें पिछले कई वर्षों से लंबित हैं। जिसको लेकर आज विरोध प्रदर्शन किया गया है। 17 मार्च से ही मजदूर व रेलवे कर्मचारी कई रेलवे स्टेशनों पर विरोध प्रदर्शन, रैलियां व आमसभाएं कर चुके हैं। इस दौरान शाखा सचिव छाजूराम गढ़वाल, ओमप्रकाश चौधरी, राजेश मीना, विक्रम, बीरबल, विनोद, विकास, धर्मपाल सहित सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।
इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) में आवश्यक सुधार कर प्रत्येक कर्मचारी को ओपीएस के समान पेंशन लाभ सुनिश्चित किया जाए।
रेलवे में पदों के सृजन पर लगी रोक को हटाया जाए तथा नए कार्यों के लिए नए पदों का सृजन किया जाए।
रेलवे के सभी पदों पर सरेंडर बंद किया जाए।
रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित मापदंडों को लागू करना।
ट्रैकमैन संवर्ग की समस्याओं का समाधान करना।
रनिंग स्टाफ के 70% किलोमीटर भत्ते को आयकर के दायरे से बाहर रखना।
कोटा संवर्ग में ट्रैकमैन की तर्ज पर पुनर्गठन लागू करना।
कम्युटेड पेंशन बहाल करने की अवधि को 15 वर्ष से घटाकर 11 वर्ष करना।
भारतीय रेलवे में ईआई रोस्टर को समाप्त कर सी-रोस्टर लागू करना।
कर्मचारी के माता-पिता को बिना शर्त चिकित्सा सुविधा और सुविधा पास प्रदान करना।
आठवें वेतन आयोग के लागू होने से पहले कैडर पुनर्गठन लागू करना।
ट्रैकमैन संवर्ग में लेवल-6 (ग्रेड पे-4200) लागू करना।
सभी विभागों में लेवल-7 (ग्रेड पे-4600) के स्थान पर लेवल-8 (ग्रेड पे-4800) देना और सभी सुपरवाइजर संवर्गों में लेवल-9 (ग्रेड पे-5400) लागू करना।
टेक्नीशियन-II और टेक्नीशियन-I का भुगतान एक साथ किया जाए।
निजीकरण बंद किया जाए।