Aapka Rajasthan

'जन्म-जन्म का साथ' Sikar में पत्नी की मौत के बाद पति ने भी त्यागे प्राण, एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार

 
'जन्म-जन्म का साथ' Sikar में पत्नी की मौत के बाद पति ने भी त्यागे प्राण, एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार 

सीकर न्यूज़ डेस्क , शादी के सात फेरे लेते हुए साथ जीने-मरने की कसमें तो सभी खाते हैं, इलाके के ज्योतिबानगर में भी ऐसी ही घटना हुई है, जहां एक पति-पत्नी ने साथ मरने की कसमें निभा दीं। यहां एक पति ने अपनी पत्नी की मृत्यु के कुछ ही घण्टे बाद दम तोड़ दिया और फिर एक साथ दोनों की अर्थी घर से निकाली गई ।

ज्योतिबानगर की ढाणी नयाकुंआ पर पत्नि मांगी देवी (70 साल) की सोमवार देर शाम को मौत हो गई । पत्नि की मौत का समाचार सुनकर पति प्रभातीलाल सैनी (75 साल) की तबीयत खराब हो गई। बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई। इसके बाद मृतक के तीनों पुत्र नेमीचंद, जगदीश व धोलूराम ने उनकी अर्थी सजाई और एक साथ मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।

एक ही चिता पर लेटाए गए दंपति

दोनों पति पत्नि की अंतिम दर्शन करने के लिए रिश्तेदारों के साथ ही सैकडों ग्रामीणों की भी भीड़ भी वहां जुट गई. एक ही चिता पर लिटा कर पति-पत्नी दोनों को मुखाग्नि दी गई। स्थानीय अशोक सैनी, सुवालाल राठी, बाबूलाल पंच आदि लोगों ने बताया कि प्रभाती लाल की शादी को 50 साल हो गए थे। ज्योतिबानगर में दोनों ताउ और बडी मां के नाम से प्रसिद्ध थे।