सीकर की कृषि मंडी में कल देर रात लगी आग में लाखों का नुकसान, मुआवजे के लिए किसानो ने उठा लिया ते बड़ा कदम

राजस्थान के सीकर शहर की कृषि उपज मंडी में कल रात यानि सोमवार देर रात अचानक आग लग गई। इससे मंडी में अफरा-तफरी मच गई, आग से लाखों रुपए के फल और उसकी सैकड़ों पेटियां व अन्य सामान जलकर राख हो गया। इस हादसे से सभी आढ़ती और व्यापारी काफी नाराज हैं। यही वजह है कि आज यानि मंगलवार को करीब आधे घंटे तक कृषि मंडी का मुख्य गेट बंद रखा गया। इससे मंडी में अनाज, फल और सब्जियां लेकर आए किसानों और मंडी में खुदरा व्यापारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
स्ट्रीट लाइट के तारों में शॉर्ट सर्किट से लगी आग
कल दोपहर बिजली विभाग के कर्मचारी स्ट्रीट लाइट के तारों को ठीक करने आए थे। लेकिन कर्मचारियों ने तारों को ठीक से नहीं जोड़ा। इसके बाद व्यापारियों ने तार ठीक कर रहे कर्मचारियों से इसकी शिकायत की, लेकिन कर्मचारियों ने अभद्र भाषा में बात की और तार ठीक करने से मना कर दिया। इसके बाद देर रात करीब साढ़े 12 बजे स्ट्रीट लाइट के तारों में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई।
आधे घंटे तक नहीं पहुंची दमकल
आग इतनी तेजी से फैली कि दुकान में रखा लाखों का सामान कुछ ही देर में जलकर राख हो गया। दुकान में आग लगी देख मंडी के व्यापारी व मजदूर मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास किया। उन्होंने आग लगने की सूचना दमकल विभाग को भी दी। लेकिन व्यापारियों का आरोप है कि करीब आधे घंटे तक दमकल विभाग नहीं पहुंचा। विभाग की गाड़ी बुलाने के लिए व्यापारी इंडस्ट्री एरिया स्थित कार्यालय पहुंचे और कर्मचारियों को जगाकर गाड़ियों के साथ मौके पर लाया गया। इसके बाद 6 से अधिक दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।
मुआवजे की मांग को लेकर मुख्य गेट बंद किया
कृषि मंडी में लगी आग से प्रभावित दुकानदार सुभाष सैनी को लाखों का नुकसान हुआ है। सुबह जब उन्हें कृषि मंडी के अन्य व्यापारियों के जरिए आग लगने की जानकारी मिली तो मंडी के व्यापारियों व मजदूरों ने उचित मुआवजे की मांग की और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कृषि मंडी में विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलने पर बिजली विभाग के एईएन सुनील कुमार जांगिड़ व एक्सईएन संजीव पारीक मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने मौका मुआयना कर मामले की जानकारी ली। लेकिन व्यापारियों व मजदूरों ने प्रभावित व्यापारी को मुआवजा दिलाने, लापरवाह विद्युत विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने व मंडी प्रशासन से व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की मांग को लेकर कृषि मंडी का मुख्य गेट बंद कर दिया।