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सीकर में स्लीपर बस और ट्रक की भीषण भिड़ंत, 3 की मौत, 28 घायल; सात की हालत गंभीर

 
सीकर में स्लीपर बस और ट्रक की भीषण भिड़ंत, 3 की मौत, 28 घायल; सात की हालत गंभीर

जयपुर-बीकानेर नेशनल हाईवे पर मंगलवार देर रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। फतेहपुर के पास स्लीपर बस और ट्रक की आमने-सामने की जोरदार भिड़ंत में 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 28 यात्री घायल हो गए। घायलों में सात की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद उच्च स्तरीय चिकित्सा केंद्रों में रेफर किया गया है।

हादसा रात करीब 10:40 बजे हुआ, जब बीकानेर की ओर जा रही स्लीपर बस हाईवे पर ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और कई यात्री सीटों में फंस गए। टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस व प्रशासन को सूचना दी।

फतेहपुर पुलिस थाने की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस व स्थानीय लोगों ने गैस कटर और अन्य उपकरणों की मदद से बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। घायलों को फतेहपुर के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने तीन यात्रियों को मृत घोषित कर दिया।

गंभीर रूप से घायल सात यात्रियों को सीकर और जयपुर के बड़े अस्पतालों में भेजा गया है, जहां उनका उपचार जारी है। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद निगरानी में रखा गया है।

पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण तेज रफ्तार और लापरवाही माना जा रहा है। आशंका है कि दोनों वाहनों में से किसी एक ने हाईवे पर अचानक गलत दिशा में मोड़ लिया, जिसके कारण आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। हालांकि पुलिस ने कहा कि सटीक कारणों का पता जांच के बाद ही चल सकेगा।

हादसे के बाद हाईवे पर करीब एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। क्रेन और दमकल दल की मदद से बस और ट्रक को हटाया गया, जिसके बाद यातायात बहाल किया गया। देर रात ठंड और अंधेरे के बावजूद स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद रहे और घायलों को निकालने में मदद करते रहे।

जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के इलाज के लिए सभी जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है और हादसे से जुड़े पहलुओं की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।

अचानक हुए इस हादसे से यात्रियों के परिवारों में कोहराम मच गया है। कई घायलों की पहचान नहीं हो पाई थी, जिसके चलते पुलिस ने यात्रियों की सूची के आधार पर परिजनों को संपर्क करना शुरू कर दिया है। अस्पतालों के बाहर सुबह तक हंगामा और रोने-बिलखने की स्थिति बनी रही।

इस भीषण दुर्घटना ने एक बार फिर हाईवे पर तेज रफ्तार और रात में आवागमन के जोखिम को उजागर किया है। पुलिस ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और निर्धारित गति सीमा के भीतर ही वाहन चलाएं, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।