Sawaimadhopur में ओवर स्पीड केले से भरा ट्रक पलटा, ड्राइवर गंभीर घायल

सवाईमाधोपुर न्यूज़ डेस्क, मलारना डूंगर थाना क्षेत्र के भाडौती मथुरा हाईवे एक हादसा देखने को मिला। यहां कोटा से हिंडौन की तरफ जा रहा एक तेज रफ्तार केलों से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। गनीमत रही आसपास किसी राहगीर और साधन के नहीं होने से बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं ट्रक के पलटने से ड्राइवर घायल हो गया। इस दौरान घायल ट्रक ड्राइवर रामकुमार (42) पुत्र भरोसी निवासी फैलीपुरा हिंडौन जिला करौली को सड़क से गुजर रहागीरों ने मलारना डूंगर CHC पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने घायल का उपचार किया गया।
घायल ट्रक ड्राइवर रामकुमार ने बताया कि कोटा से केले लेकर हिंडौन सिटी की तरफ जा रहा था कि अचानक भाडौती मथुरा हाईवे पर ट्रक के सामने बाइक सवार आ गया। इस दौरान बाइक सवार को बचाने के चक्कर में ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। गनीमत रही की ट्रक की चपेट में कोई साधन व राहगीर नहीं आया। हालांकि जिस जगह ट्रक अनियंत्रित होकर पलटा उससे कुछ दूरी पर पैदल पदयात्रियों का जत्था मौजूद था। संभवता पैदल यात्रियों के जत्थे के आसपास ट्रक पलटता तो बड़ी जनहानि हो जाती। उधर ट्रक के पलटने के बाद घटनास्थल पर देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। हालांकि ट्रक के पलटने के बाद ट्रक में रखें केलों से भरे कैरेट चारों तरफ बिखर गए।
सब्जी विक्रेता भिड़े, महिला का सिर फूटा
कस्बे के मुख्य बाजार में सब्जी की दुकान लगाने वाले दो ठेले वालों में सस्ती दर पर सब्जी बेचने के मामले को लेकर आपस में कहासुनी हो गई। दोनों सब्जी ठेले वाले ने गुस्से में आकर गाली-गलोच करते हुए हाथापाई करने पर उतारू हो गए। चाय की दुकानों पर बैठे लोगों ने दोनों को समझाकर मामले को शांत करवाया। कुछ देर बाद एक सब्जी वाला समझाइश करने वाले एक व्यक्ति से भिड़ गया। बात ही बात में दोनों के बीच हाथापाई शुरू हुई। सब्जी ठेले वाले ने व्यक्ति पर हमला बोल दिया और दोनों में आपसी पथराव हुआ। इस बीच एक पत्थर बाजार में घर से निकल रही महिला से सिर पर जा लगा। पत्थर लगने के बाद महिला बेहोश हो गई। बाजार में मौजूद लोगों ने महिला को संभाला और इलाज के लिए नजदीकी निजी क्लीनिक पर पहुंचाया और इलाज करवाया। इसके बाद घायल महिला का इलाज कराने एक पक्ष महिला के परिजनों से माफी मांगता हुआ खुद के खर्च पर इलाज करवाने के बाद मामला शांत हुआ। समाचार लिखे जाने तक किसी भी पक्ष द्वारा पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी।