एकबार फिर हमलावर हुई रणथम्भौर टाइगर रिजर्व की 'सुल्ताना', मॉनिटरिंग के दौरान वन विभाग के वॉलिंटियर को किया घायल

रणथंभौर टाइगर रिजर्व की बाघिन टी-107 सुल्ताना जंगल से बाहर आ गई। इस दौरान बाघिन सुल्ताना की निगरानी कर रहे वन विभाग के स्वयंसेवक पर बाघिन ने झपट्टा मारा। जिससे स्वयंसेवक को हल्की खरोंच आई।वन विभाग की टीम स्वयंसेवक को तुरंत जिला अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने स्वयंसेवक को रेबीज का इंजेक्शन देकर प्राथमिक उपचार दिया और छुट्टी दे दी।
सिर पर मामूली खरोंच
स्वयंसेवक रामलाल मीना (40) ने बताया कि 2 दिन से बाघिन सुल्ताना का मूवमेंट जंगल से बाहर है। जिस पर वन टीम द्वारा लगातार नजर रखी जा रही थी। मंगलवार सुबह बाघिन के आलनपुर क्षेत्र में आने की सूचना मिली। सुबह 6 बजे बाघिन सुल्ताना के आने की सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद नाका वन अधिकारी महेंद्र सिंह राजावत अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। यहां पहुंचकर वन विभाग की टीम ने लोगों को मौके से हटाया।
स्वयंसेवक बैठ गया, बाघिन उसके ऊपर से गुजर गई
वन विभाग की टीम बाघिन की निगरानी कर रही थी। अचानक बाघिन आक्रामक हो गई। बाघिन आक्रामक हो गई और स्वयंसेवक रामलाल पुत्र सांवरलाल मीना निवासी निझरना तहसील लालसोट जिला दौसा पर हमला कर दिया। इस दौरान रामलाल बैठ गया और बाघिन उसके ऊपर से गुजर गई। जिससे रामलाल के सिर पर हल्की खरोंच आई। फिलहाल रामलाल की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है और बाघिन की वन विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है।'
गुस्से में बाघिन ने किया हमला
बाघिन सुल्ताना के हमले में घायल रामलाल मीना ने बताया कि बाघिन सुबह जंगल से बाहर निकल आई थी। जिस पर नाका वन अधिकारी पूरे अमले के साथ मौके पर पहुंचे। टीम बाघिन की निगरानी कर रही थी। इसी दौरान बाघिन ने गुस्से में हमला कर दिया। बाघिन उनके ऊपर से होते हुए जंगल की ओर चली गई।