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Sawaimadhopur कल्याणजी मेले में कवियों ने बांधा, सरस्वती वंदना के साथ हुई शुरुआत

 
Sawaimadhopur कल्याणजी मेले में कवियों ने बांधा, सरस्वती वंदना के साथ हुई शुरुआत

सवाईमाधोपुर न्यूज़ डेस्क, नगर परिषद द्वारा आयोजित कल्याणजी मेले में रात कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें देश भर के कवियों ने अलग-अलग रासों में काव्य पाठ किया और देर रात तक रुके रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दिल्ली से आई डॉ. कीर्ति ने सरस्वती पूजा कर की। मध्य प्रदेश के आलोट से आए कवि नंदकिशोर अकेला ने अपनी व्यंग्य कविताओं से लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया. उज्जैन की युवा कवयित्री निशा पंडित ने प्रेम और श्रृंगार की कविताएं सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। 2000 का गुलाबी नोट बंद होने के बाद उन्होंने हमारे 2000 के नोट के बारे में बताया जिसका गुलाबी रंग सबको भा रहा था, हमारा 2000 का नोट, यह भ्रष्ट तंत्र आज इसका असली हत्यारा बन गया है। इसके बाद गंगापुर सिटी के चर्चित गोपीनाथ ने अपने चिरपरिचित अंदाज में व्यंग्यात्मक चुटकुलों और छंदों को सुनाकर हास्यप्रद गजल तेरा हुस्न है चौदवीं के चांद सा ठंडा ठंडा, तुझे देखूं कुछ हिरण तो जुकम हो जाए सुनाकर दर्शकों को हंसाया। डॉ. कीर्ति काले ने जहां कई हास्य गीत सुनाए वहीं बिटिया चली ससुराल के माध्यम से बेटी की विदाई गीत सुनाकर दर्शकों की आंखें नम हो गईं। उसके बाद अयोध्या में ढूंढो तो श्री राम, वृंदावन में ढूंढो तो घनश्याम, काशी में ढूंढो तो भोलेनाथ, लेकिन चारों धाम की प्रस्तुति देकर माहौल को भक्तिमय बना दिया गया। माता-पिता के चरणों में मिला।

जयपुर के वरिष्ठ कवि अब्दुल अय्यूब गौरी ने साम्प्रदायिक, समरसता और देशभक्ति की अनेक कविताओं का पाठ कर श्रोताओं में वीरता का संचार किया। देवास (मध्य प्रदेश) के कवि शशिकांत यादव ने अपने छोटे-छोटे चुटकुलों से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया, वहीं उन्होंने कई देशभक्ति की रचनाएं सुनाईं। दिल्ली के शायर सरदार प्रताप फौजदार ने अपने चिरपरिचित अंदाज में अपने एक मशहूर गीत मैं हूं बहुत हैरान से जब से जब उसनी बात की जाने क्या मंशा थी उसकी किस सबब की बात की, तुम बताओ दोस्तों, दिखने में गुंडा, कल एक पुलिसवाले ने मुझसे विनम्रता से बात की। कवि सम्मेलन का संचालन प्रसिद्ध कवि शशिकांत यादव ने किया।